पीएम मोदी को मिले उपहारों की नीलामी में चांदी की तलवार से लेकर प्रधानमंत्री की थ्री डी इमेज वाली कलाकृति तक शामिल है। नीलामी से मिली राशि का उपयोग नमामि गंगे परियोजना में खर्च की जाएगी।
केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में इन उपहारों की प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को पिछले छह माह में मिले उपहारों में से 2 हज़ार 772 वस्तुओं को ऑनलाइन नीलाम किया जा रहा है। यह नीलामी 14 सितम्बर से होगी जो तीन अक्टूबर तक चलेगी और इसे एक माह तक बढ़ाया जा सकता है।
नीलामी में ऐसे लगेगी बोली नीलामी के लिए हर वस्तुओं की सुरक्षित कीमत रखी गई है और उस पर बोली लगाई जाएगी। उपहारों की बिक्री सुरक्षित मूल्य से कम राशि पर नहीं होगी। इन उपहारों की न्यूनतम सुरक्षित कीमत 500 रुपए है जबकि अधिकतम 2.5 लाख रुपए होगी। नीलामी हर दिन ऑनलाइन चलेगी और तीन अक्तूबर के बाद अंतिम कीमतों का पता चल सकेगा। अगर नीलामी में अधिकतम बोली बोलने वाला खरीदार सामन नहीं लेता है तो उस सामान की दोबारा नीलामी होगी।
पहले भी हो चुकी है नीलामी पीएम मोदी के उपहारों की ऑनलाइन नीलामी 22 जनवरी से नौ फरवरी तक की गई थी जिसमें चार हज़ार बोलीकर्ताओं ने भाग लिया था लेकिन सरकार ने इस नीलामी से मिली राशि बताने से मना कर दिया। अधिकतम बोली पांच लाख लगी थी जिसमे लकड़ी से निर्मित बी एम डी शामिल है।
ये ‘नीलाम’ होने को तैयार इस प्रदर्शनी में विदेशी उपहारों को शामिल नहीं किया गया है। प्रदर्शनी में पीएम मोदी की करीब 30 पेंटिग फोटो कला कृतियां हैं जिनमें एक सिल्क की बनी है, जिसकी कीमत 2.5 लाख तय की गई है।
इसके अलावा गाय की कलाकृतियाँ, कृष्ण की कई सुन्दर मूर्तियाँ, चांदी और सोने से मढ़ी तलवारें, पगडिय़ां, स्वर्ण मन्दिर, तीर-धनुष, बुद्ध एवं शिवाजी की मूर्तियाँ, अशोक स्तम्भ, विवेकानंद-आंबेडकर की प्रतिमायें, कुल्लू पूर्वोत्तर राज्य की कलाकृतियाँ, तिरुपति का मन्दिर आदि के बलावा सर छोटू राम और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पेंटिंग्स भी शामिल हैं। इसके अलावा कई तरह के शाल जैकेट और रंग-बिरंगी टोपियाँ भी हैं।
राजस्थान सीएम गहलोत भी कर चुके हैं ‘नीलामी’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इसी साल मार्च महीने में उन्हें मिले उपहारों और स्मृति चिन्हों की नीलामी कर चुके हैं। जयपुर में हुए ‘वीराजंलि’ कार्यक्रम में सीएम गहलोत को मिले 400 उपहारों की नीलामी हुई थी। तब इस नीलामी से करीब 1.50 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि प्राप्त हुई थी। इस राशि को मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवा दिया गया था।