जानकारी के अनुसार जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए करीब 2,400 करोड़ रूपए के डवलपमेंट एवं स्मार्ट कार्य प्रस्तावित किए गए। जयपुर में किशनपोल बाजार को एरिया बेस्ड डवलपमेंट (एबीडी) के लिए चुना गया। किशनपोल बाजार को स्मार्ट बनाने के लिए 2,400 करोड़ रूपए में से 1,500 करोड़ रूपए खर्च किए जाने हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अब तक हुए ज्यादातर कार्यों में किशनपोल बाजार में चल रहे हैं। जयपुर शहर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 420 करोड़ के कार्यों में से कुछ पूरे हो गए हैं और कुछ चल रहे हैं। इनमें किशनपोल बाजार का जीणोद्धार, रूफटाॅप सोलर प्रोजेक्ट, स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, राजस्थान स्कूल आॅफ आर्ट का जीर्णोद्धार, स्मार्ट टाॅयलेट्स और बाइसाईकिल शेयरिंग प्राजेक्ट का काम चल रहा है। चारदीवारी के भीतर बरामदों की मरम्मत, गंदी गलियों की मरम्मत जयपुरिया हाॅस्पिटल, चौगान स्टेडियम और चांदपोल अनाज मंडी में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण चल रहा है। स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत अब तक हुए कार्यों में से ज्यादातर किशनपोल बाजार, चांदपोल बाजार और चारदीवारी क्षेत्र में ही करवाए जा रहे हैं।
जयपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पार्कों में हरियाली विकसित करनी है। पार्क के ज्यादा हिस्से में पेड़—पौधे और हरी घास लगाई जानी है। लेकिन पर्यटन विभाग ने पौंडरिक उद्यान में और जेडीए ने रामनिवास बाग में हरी घास को उखाड़कर उनकी जगह पत्थर लगा दिए हैं। यह सीधे तौर पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के ठीक उलट हुआ है। वहीं, जयपुर में बस शेल्टर्स पर स्मार्ट साइनेज लगाए जाने हैं। इन साइनेज पर बसों के आने-जाने का समय और बस की करंट लोकेशन दिखाई देगी। साथ ही यात्रियों को काॅमन स्मार्ट कार्ड उपलब्ध करवाने की योजना है, जिससे लोग लो फ्लोर बस, मिनी बस, मेट्रो ट्रेन और कैब का किराया एक ही कार्ड से चुका सकें। लेकिन यह योजना अब तक कागजों पर ही है। स्मार्ट सिटी में नई काॅलोनियों में भूमिगत वायरिंग की जानी है।
कोटा, अजमेर, उदयपुर में ये हैं हाल
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कोटा में 126 करोड़ के ही कार्य किए गए हैं। इनमें से भी बहुत से अधूरे हैं। कोटा में करवाए गए कायों में दशहरा मैदान प्रथम चरण, स्मार्ट सिटी क्लासरूम, इ-आॅफिस प्रोजेक्ट, लाइव व्यू ग्रीन वाॅल इलेक्ट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन बाॅक्स, बावड़ियों का जीर्णोद्धार, स्ट्रीट लाइटिंग और अभय कमाण्ड सेन्टर का निर्माण शामिल है।
क्लासरूम का निर्माण किया जा चुका है। एलिवेटेड रोड का निर्माण जारी तथा शहर में माॅर्डन साइनेज बनाए जा रहे हैं। साथ ही हेरीटेज भवनों का जीर्णोद्धार किया गया है।