दरअसल, पीएम मोदी ने एक वीडियो शेयर करते हुए खुद ही इस बात की जानकरी दी कि उन्होंने सुबह ममल्लापुरम में एक बीच पर 30 मिनट तक सफाई अभियान चलाया। जिसके बाद बीच पर उठाए गए कचरे को होटल स्टाफ जेयाराज को सौंप दिया। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि हम सभी लोगों को सुनिश्चित करना चाहिए कि सार्वजनिक स्थान साफ सुथर रहें, लेकिन साफ सफाई पर ज्ञान देने वाले इस वीडियो में पीएम मोदी से एक भारी चूक हो गई। वह बीच पर कूड़ा कचरा बटोरने के दौरान ये भूल गए कि जिस बैग में वह कचरा रख रहे हैं, वह प्लास्टिक का है। जिसे बैन करने का आदेश उन्हीं की सरकार ने दिया है। वीडियो बनाने के उत्साह में उन्हें ये याद ही नहीं रहा कि साफ सफाई कर वो जिस पर्यावरण को बचाने निकले हैं, उसे वो प्लास्टिक का इस्तेमाल कर खुद ही खतरे में डाल रहे हैं।
अनजाने में हुई इस ग़लती के लिए पीएम मोदी को सोशल मीडिया पर जमकर निशाना बनाया जा रहा है। दरअसल,पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति के स्वागत में समंदर किनारे स्थित होटल ताज ने रंग बिरंगी छटा बिखेरने के लिए समंदर किनारे कई लाइट्स लगा रखी थी। वीडियो में दिख रहा है कि पीएम जहां से कचरा उठा रहे हैं, वहां सीरीज में कई लाइट्स लगे हैं जो एक दूसरे से कनेक्टेड हैं। ये सभी लाइट्स प्लास्टिक से ढके हुए हैं। पीएम के हाथ में जो प्लास्टिक दिख रहा है, वो इन्हीं कवर किए प्लास्टिक का जान पड़ता है। कांग्रेस से जुड़े विशाल कुंद्रा ने पीएम मोदी के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, देखिए नौटंकीबाज प्लास्टिक का विरोध प्लास्टिक की थैली के साथ। मोदी समर्थकों और मीडिया पर निशाना साधते हुए विशाल ने लिखा, अंधभक्तों और गोदी मीडिया को यह प्लास्टिक की थैली नहीं दिखाई देगी। मुझे तो आशंका है अंधभक्त और गोदी मीडिया इस प्लास्टिक की थैली को सिल्वर की थैली ना बता दें। वहीं आम आदमी पार्टी से जुड़ी आरती ने चुटकी लेते हुए लिखा, प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल करने का कितना फाइन बना।