उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री कोरोना में भी राजनीति का अवसर ढूंढने से नहीं चूकते। सीएम गहलोत ने पहले वैक्सीन को लेकर राजनीति की, फिर भी सबसे ज्यादा वैक्सीन राजस्थान में खराब की गई। केंद्र ने आॅक्सीजन उपलब्ध कराई, फिर भी गहलोत ने पीएम मोदी पर आरोप मंढ़े। उन्होंने कहा कि अब मुख्यमंत्री कोरोना में अनाथ बच्चों को केंद्र सरकार की ओर से दिए गए पैकेज पर भी टीका टिप्पणी कर रहे हैं। यह समय बयानबाजी की बजाय ऐसे लोगों और परिवारों का मनोबल बढ़ाने का समय है। सीएम का इस तरह का बयान बचकाना है, इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
थोथी बयानबाजी से कुछ नहीं होगा-सराफ विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि मोदी सरकार के कोरोना में किए कार्यों और आर्थिक पैकेज की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है, लेकिन सीएम अशोक गहलोत की मीनमेक निकालने की आदत हैं। अच्छा होता कि वो राजनीति से उपर उठकर स्वागत करते और अपनी ओर से भी अनाथ बच्चों के लिए पैकेज की घोषणा करते। थोथी बानबाजी से कुछ नहीं होगा। जनता सब समझती है। अगर सीएम गहलोत अनाथ बच्चों के प्रति संवेदनशील है तो तुरंत अपनी ओर से पैकेज की घोषणा करें।