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अब निकायों में बनेगी वॉटर हार्वेस्टिंग सैल

locationजयपुरPublished: Jul 21, 2019 04:04:31 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ( Narendra Modi ) ने इस बार पानी पर फोकस किया है। यही वजह है कि पहली बार केंद्र में जलशक्ति मंत्रालय ( Jal Shakti Ministry ) का गठन किया गया है। खास बात यह है कि इस मंत्रालय की जिम्मेदारी राजस्थान से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ( Gajendra Singh Shekhawat ) को दी गई है।

Rain Water Harvesting Cell

अब निकायों में बनेगी वॉटर हार्वेस्टिंग सैल

जयपुर।

प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी ने इस बार पानी पर फोकस किया है। यही वजह है कि पहली बार केंद्र में जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है। खास बात यह है कि इस मंत्रालय की जिम्मेदारी राजस्थान से सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत को दी गई है। मंत्रालय ने जुलाई में जलशक्ति अभियान की शुरुआत कर दी है। केंद्रीय शहरी व आवासन मंत्रालय ने राजस्थान के 29 निकायों के 111 शहरों का इसमें चयन किया गया है। मंत्रालय ने जलशक्ति अभियान को अमृत योजना से जोड़ा है ताकि निकायों को केंद्र से पैसा मिल सके अैर योजना में पैसे की कोई कमी नहीं आए।
इसके अलावा शहरी आजीविका मिशन, 14वें वित्त आयोग और राज्य वित्त आयोग से भी अभियान को फंड मिलेगा। इस अभियान से संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा, ताकि आमजन भी पानी बचाने के लिए जागरुक हो सके। अभियान तहत शहर में बड़ी संख्या में पौधरोपण किया जाएगा। सार्वजनिक स्थान, वॉटर बॉडीज सभी जगहों पर पेड़-पौधे जगाए जाएंगे, ताकि पानी का संरक्षण किया जा सके।
2024 तक हर घर को पाइपलाइन के जरिए पानी
मंत्रालय ने तय किया है कि 2024 तक ग्रामीण इलाकों में हर घर में पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचाया जाएगा। राजस्थान में अभी 12 प्रतिशत घरों में ही पाइपलाइन के जरिए पानी सप्लाई हो रहा है। मंत्रालय ने गठन के साथ ही सभी राज्यों के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर पानी बचाने की दिशा में काम शुरू करने के निर्देश दिए थे।
अभियान में यह होगा काम
-निकायों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सैल का होगा गठन
-यह सैल शहर में भूजल दोहन और रिचार्ज की मॉनिटरिंग करेगी
-पानी बचाने के लिए सुझाव भी देगी
-सैल के अधिकारी इमारतों की जांच करेंगे
-स्ट्रक्चर नहीं बने होन या फंक्शनल नहीं होने पर होगी कार्रवाई
-फुटपाथ ओर पार्कों के वॉक वे पर भी होगा कामकाज
-पेड़ों के चारों तरफ परफोर्टेड पेवर ब्लॉक्स लगाए जाएंगे
-शहर में सभी तरह की इमारतों में ड्यूल पाइप की करेंगे जांच
-ट्रेडिशनल वॉटर बॉडीज पर पूरा फोकस होगा
-कम से कम एक वॉटर बॉडी रिवाइवल की जिम्मेदारी निकाय लेगा
-सभी प्रमुख ट्रेडिशनल बॉडीज चिन्हित होगी
-अतिक्रमण से बचाने के लिए इनकी जीयो टैगिंग होगी

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