उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस मुक्त के नारे की बात चलती है तो कांग्रेस के मित्र नाराज होते हैं। यह सही है कि लोकतंत्र में दल रहें, विचार रहें, नीतियां रहें, लेकिन इस नारे के पीछे भी एक बुनियाद हैं। दल और विचार और भी थे। लेकिन 70 वर्षों की राजनीतिक यात्रा में किसी दल ने किसी देश के साथ सबसे ज्यादा अत्याचार, अनाचार और अन्याय किया तो वह कांग्रेस थी, जिसने 55 वर्षों में लूट और झूठ का खेल खेला। उन्होंने कहा कि कई बार हास्यास्पद सी बात लगती है कि राहुल गांधी जब किसान, नौजवान, बेरोजगारी की बात करते हैं तो मुझे कई बार ऐसा लगता है कि कि कांग्रेस के लोग नौकरी लगाकर गए हों और हमने हटा दिए हों। इस तरीके से प्रस्तुत करते हैं।
उन्होंने कहा कि आजकल किसान आंदोलन की चर्चा ज्यादा होती है। कांग्रेस एक कानून बता दें कि जिसमें किसानों का कल्याण हुआ हो। लेकिन असलियत यह है क्रेडिट कार्ड से लेकर किसान कानून तक कांग्रेस का डिब्बा खाली है। आज भाजपा कार्यकर्ता सीना चौड़ा करके कह सकता है कि किसानों के लिए किसी पार्टी ने काम किया तो वह भाजपा है। इससे पहले दीप प्रज्जवलन के साथ बैठक की शुरुआत हुई। पांच सत्रों में होने वाली बैठक में उप चुनाव, कांग्रेस सरकार के खिलाफ होने वाले आंदोलनों और पदाधिकारियों के कार्य विभाजन को लेकर चर्चा होगी। बैठक में कुल पांच सत्र होंगे।