भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र को वर्चुअल प्रेस वार्ता में कहा कि इस पत्र में नड्डा ने अपनी पीड़ा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में विपक्ष ने सकारात्मक भूमिका नहीं निभाई। विपक्ष को लोगों के बीच में भरोसा पैदा करना चाहिए था, लेकिन विपक्ष ने देश में अराजकता फैलाकर देश को कमजोर करने की कोशिश की है। पीएम को लांछित करने की कोशिश की हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार काफी अरसे से अपनी नाकामी को केंद्र पर मंढ़कर पाक साफ होना चाहती है। केंद्र सरकार ऑक्सीजन, रेमडेसिविर से लेकर वैंटिलेटर्स तक तमाम सुविधाओं को विकसित कर रही हैं, लेकिन इनके नेताओं के बड़बोले बयान लोगों का मनोबल कमजोर करते हैं। पूनियां ने सीएम से आग्रह है कि कोरोना की इस लड़ाई में सहकारी संघवाद का भावना का पालन करें और तभी हम कोराना की लड़ाई ठीक ढंग से लड़ पाएंगे। पूनियां ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के कुप्रबंधन का दोषी कौन हैं ? फरवरी-मार्च में कैबिनेट की मीटिंग्स में ही कोरोना की चर्चा नहीं की गई। पूनियां ने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया।
वेंटिलेटर खराब थे तो निजी अस्पताल को क्यों दिए ? पूनियां ने कहा कि पीएम केयर्स फंड से 1500 वेंटिलेटर प्रदेश को मिले थे। सरकार ने दावा किया कि 1475 इंस्टॉल किए गए हैं। जबकि वेंटिलेटर्स इंस्टॉल ही नहीं किए गए हैं। राज्य सरकार ने वेंटिलेटर्स को खराब भी बताया, फिर वही वेंटिलेटर्स किराए पर भरतपुर के निजी अस्पतालों को दिए गए ? सच तो यह है कि अपनी नाकामी को केंद्र के ऊपर मढ़ा जा रहा है। पूनियां ने राजस्थान में रेमडेसीवीर व अन्य दवाओं की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ फास्ट ट्रैक अदालतों में मुकदमा चलाकर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
रॉ मेटेरियल सप्लाई में बाधा की वजह से वैक्सीन की कमी प्रदेश में 45 वर्ष से बड़े लोगों का वैक्सीनेशन बंद होने के सवाल पर पूनियां ने कहा कि रॉ मेटेरियल सप्लाई में बाधा आने की वजह से वैक्सीनेशन में थोड़ा सा देरी हुई है। भारत सरकार अपने यत्न पूरी तरह से कर रही है। खाचरियावास के ऑक्सीजन मामले में कोर्ट में शरण लेने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि राजस्थान में अनुपातिक डिस्ट्रीब्यूशन के लिहाज से केंद्र ऑक्सीजन उपलब्ध करवा रहा है। हम प्रयासरत हैं और ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाया जाएगा।