Pakistan में Surgical Strike की दूसरी बरसी के एक दिन पहले होने वाली इस संयुक्त कमाण्डर कॉन्फ्रेंस में सेना की रक्षा जरूरतों के अलावा सीमित संसाधनों में सेना के तीनों अंगों के बीच बेहतरीन समन्वय प्रमुख एजेंडा होगा।
जोधपुर में हो रही यह संयुक्त कमांडर्स कॉन्फ्रेंस काफी अहम मानी जा रही है। पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन और पड़ोसी देशों के जरिए चीन की नित नई चालबाजियों के मद्देनजर इस बैठक में भविष्य की सामरिक नीति पर प्रमुखता से चर्चा की जा सकती है।
कॉन्फ्रेंस का एजेंडा हालांकि गुप्त है, लेकिन प्रतिरक्षा सूत्रों का कहना है कि इसमें मुख्य रूप से तीनों सेनाओं की सामरिक तैयारी और सीमित संसाधनों के बीच सेना के तीनों अंगों में बेहतर तालमेल इस कॉन्फ्रेंस में चर्चा का मुख्य बिन्दू होगा।
यूनिफाइड कमांड पर भी चर्चा
जोधपुर वायुसेना स्टेशन के कॉन्फ्रेंस हॉल में होने वाली इस बैठक में सेना के तीनों अंगों की य़ूनिफाइड कमांड और सेना के मौजूदा ढांचे में बदलाव पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालात को लेकर भी बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होगी। शायद इसी वजह से एनएसए अजीत डोभाल को भी बैठक में खास तौर पर बुलाया गया है।
विदेश दौरा छोड़ लौट रहे दो सेनाध्यक्ष
अमरीका यात्रा पर गए नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लाम्बा व वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पहले ही स्वदेश लौट रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने बैठक के एजेंडा को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। दिल्ली के साउथ ब्लॉक में सम्भवतः आज शाम वाराणसी से लौटने के बाद पीएम मोदी को एजेंडा के बारे में ब्रीफ किया जाएगा।
अमरीका यात्रा पर गए नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लाम्बा व वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पहले ही स्वदेश लौट रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ने बैठक के एजेंडा को लगभग अंतिम रूप दे दिया है। दिल्ली के साउथ ब्लॉक में सम्भवतः आज शाम वाराणसी से लौटने के बाद पीएम मोदी को एजेंडा के बारे में ब्रीफ किया जाएगा।
नौसेना पोत पर भी हो चुकी कॉन्फ्रेंस
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्रालय हर साल इस तरह की संयुक्त कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है। पिछली कॉन्फ्रेंस देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री एकेडमी में हुई थी। इससे पहले साल 2015 में अभिनव प्रयोग करते हुए कॉन्फ्रेंस का आयोजन नौसेना पोत आइएनएस विक्रमादित्य पर किया गया था।
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्रालय हर साल इस तरह की संयुक्त कॉन्फ्रेंस का आयोजन करता है। पिछली कॉन्फ्रेंस देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री एकेडमी में हुई थी। इससे पहले साल 2015 में अभिनव प्रयोग करते हुए कॉन्फ्रेंस का आयोजन नौसेना पोत आइएनएस विक्रमादित्य पर किया गया था।