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धीरज मन से कभी न खोना, डरकर भागेगा कोरोना।।

locationजयपुरPublished: May 28, 2020 12:47:00 pm

Submitted by:

Chand Sheikh

कोरोना से बचने के लिए जरूरी है कि आम आदमी सजग रहे और हर तरह की जरूरी सावधानी बरते। इन चौपाइयों में यही संदेश छिपा है।

धीरज मन से कभी न खोना, डरकर भागेगा कोरोना।।

धीरज मन से कभी न खोना, डरकर भागेगा कोरोना।।

चौपाइयां

कन्हैया साहू ‘अमित’

फैली है घातक बीमारी। घर पर रहना है लाचारी।।
सरकार का कहनामानो। यही भलाई है पहचानो।।

भीड़भाड़ से रखना दूरी। जीवन रक्षा हेतु जरूरी।।
ढाक नाक मुंह, मास्क लगाओ। नहीं अकारण बाहर जाओ।।
नहीं अभी तक बनी दवाई। रखनी होगी साफ सफाई।।
संदेही की जांच कराओ, अफवाहों को मत फैलाओ।।

भोजन ताजा हरदम खाना। बात सभी को यह समझाना।।
गर्म पेयजल पीते रहना। कष्ट तनिक है, सहते रहना।
दुख हमें कुछ नया सिखाता। कौन हितैषी, समय बताता।।
धीरज मन से कभी न खोना। डरकर भागेगा कोरोना।।

सहायता सेवा सुखदानी। आदर कोरोना सेनानी।।
पुलिस नर्स डॉक्टर सहकर्मी। मानवता के सजग सुधर्मी।।

साफ सफाई जो हैं करते, फर्ज निभाते, खुशियां भरते।।
सब्जीवाला, लघु पंसारी। इनके हम हैं अति आभारी।।
हैं समीप चाहे अनचाहे। धन्यवाद कह उसे सराहें।।
समय गुजारें घर में रहकर। खुशी मिलेगी पीड़ा सहकर।।

हाथजोड़ कर ‘अमित’ निवेदन। करें नहीं अनहित उरभेदन।।
खुद ही संभलें, राष्ट्र संभालें। बाहर पड़े हुए हैं तालें।।
कवि पेशे से शिक्षक है

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