अंजाम की परवाह किसे है ,
खूबसूरत यह आगाज है !!! विश्वास का सूरज है मुझमें ,
जो कभी अस्त नहीं होता !!! हौसलों का जखीरा है मुझमें ,
जो कभी पस्त नहीं होता !!!
खूबसूरत यह आगाज है !!! विश्वास का सूरज है मुझमें ,
जो कभी अस्त नहीं होता !!! हौसलों का जखीरा है मुझमें ,
जो कभी पस्त नहीं होता !!!
गुजर चुकी है रात अंधियारी ,
बस कुछ ही दूर भोर है !!! रुक जाना नहीं ऐ पथिक ,
पास ही है मंजिल , बस छोटा सा मोड़ है !!!! अंतहीन इस क्षितिज पर ,
कैसे रोकोगे तुम मेरी उड़ान को !!!
बस कुछ ही दूर भोर है !!! रुक जाना नहीं ऐ पथिक ,
पास ही है मंजिल , बस छोटा सा मोड़ है !!!! अंतहीन इस क्षितिज पर ,
कैसे रोकोगे तुम मेरी उड़ान को !!!
माना की पथ यह दुर्गम है ,
प्रतिबद्धताएं दूषित , सम्बन्ध विषम हैं !!! पंख मेरे बेशक कोमल ,
मन में मेरे फौलाद है !! अंजाम की परवाह किसे है ,
खूबसूरत यह आगाज है !!!
प्रतिबद्धताएं दूषित , सम्बन्ध विषम हैं !!! पंख मेरे बेशक कोमल ,
मन में मेरे फौलाद है !! अंजाम की परवाह किसे है ,
खूबसूरत यह आगाज है !!!
विश्वास का सूरज है मुझमें ,
जो कभी अस्त नहीं होता !!! हौसलों का जखीरा है मुझमें ,
जो कभी पस्त नहीं होता !!! गुजर चुकी है रात अंधियारी ,
बस कुछ ही दूर भोर है !!!
जो कभी अस्त नहीं होता !!! हौसलों का जखीरा है मुझमें ,
जो कभी पस्त नहीं होता !!! गुजर चुकी है रात अंधियारी ,
बस कुछ ही दूर भोर है !!!
रुक जाना नहीं ऐ पथिक ,
पास ही है मंजिल , बस छोटा सा मोड़ है
पास ही है मंजिल , बस छोटा सा मोड़ है