कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि यह प्रतियोगिता जवाहर कला केंद्र की ओर से महात्मा गांधी और उनके सिद्धांतों से युवा पीढ़ी को जोड़ने का महत्त्वपूर्ण प्रयास है। विभिन्न भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतियोगिता में हिंदी, राजस्थानी, पंजाबी और अंग्रेजी में एंट्रीज स्वीकार की गईं। उन्होंने कहा कि पोएट्री अतीत और वर्तमान की साक्षी है और भविष्य के लिए एक प्रेरणा है।
प्रतियोगिता के 11 विजेताओं की घोषणा की गई। जेकेके की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने कहा कि पहला पुरस्कार चूरू के सुजानगढ़ निवासी दीपक अग्रवाल को दिया गया। दूसरा पुरस्कार जालोर से धीरज कुमार दवे और तीसरा पुरस्कार जयपुर से आशा शर्मा ने जीता। प्रतियोगिता के अन्य विजेताओं में – अजमेर से राजेश नरुका, बीकानेर से कमल रंगा, बीकानेर से मोनिका गौड़, झुंझुनूं से प्रदीप शर्मा, भीलवाड़ा से नवीन कुमार, पाली से डॉ. ईश्वर चंद्र शर्मा, हनुमानगढ़ से शिवराज भारती और बूंदी से राकेश सक्सेना शामिल थे। प्रतियोगिता के विजेता और प्रतिभागी अपने विजयी प्रमाण-पत्र और प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र क्रमशः ईमेल के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।