भारी चैकिंग व्यवस्था
पुलिस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एडीजी राजीव शर्मा ने बताया कि करीब 14 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा प्रवेश पत्र डाउनलोड़ किए हैं। परीक्षा कक्ष में एक पंक्ति में छह -छह अभ्यर्थी एल्फाबैटिक क्रम में बैठेंगे। यह क्रम दो के बाद तीसरी लेन में नियमित होगा। नकल रोकने के लिए परीक्षर्थियों को वह जिला नहीं दिया गया, जहां उन्होंने आवेदन किया है। परीक्षा केन्द्र पर भारी चैकिंग व्यवस्था होगी और मोबाइल सहित किसी भी तरह के इलैक्ट्रोनिक उपकरण परीक्षा केन्द्र में ले जाना वर्जित रहेगा। अभ्यर्थी के पहनावे पर भी नजर रहेगी। कंगन, बड़े आकार के बटन व ईयर रिंग पर भी नजर रखी जाएगी।
मोबाइल नेटवर्क बाधित होगा
पुरूष अभ्यर्थी को आधी बांह की कमीज पहनने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। जूते चप्पल परीक्षा कक्ष के बाहर खोले जाएंगे। परीक्ष केन्द्र के आस-पास पांच से दस किलोमीटर के दायरे में इंटरनेट बंद रहेगा। इस दौरान मोबाइल नेटवर्क बाधित होगा। पुलिस का दावा है कि ब्रॉडबैंट सेवाएं यथावत रहेगी। एक बार परीक्षा रद्द होने से सबक लेते हुए पुलिस मुख्यालय ने हर रेंज पर एक एडीजी को निरीक्षण की जिम्मेदारी दी है। बीकानेर गोविंदगुप्ता, कोटा श्रीनिवासराव जंगा, भरतपुर बी.एल.सोनी, उदयपुर नरसिम्हा राव, जोधपुर एमएल लाठर, अजमेर भूपेन्द्र दक, जयपुर कमिश्नरेट एनआरके रेड्डी तथा जयपुर रेंज पर निरीक्षण की जिम्मेदारी डीसी जैन सम्भाल रहे हैं। साथ ही जिला पुलिस के साथ आरएसी व अन्य एजेंसियों को तैनात किया गया है।
परीक्षा केन्द्र पर पच्चीस से तीस पुलिसकर्मी तैनात
हर केन्द्र पर उप अधीक्षक स्तर के अधिकारी को जिम्मा दिया गया है। परीक्षा केन्द्र पर पच्चीस से तीस पुलिसकर्मी तैनात होंगे और ड्यूटी शुरु होने से पहले इन जवानों की भी तलाशी ली जाएगी। पुलिसकर्मी व अधिकारी भी मोबाइल परीक्षा केन्द्र में नहीं ले जा सकेंगे। इसके लिए भी पर्यवेक्षीय जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। पुलिस मुख्यालय एक बार परीक्षा रदद होने के बाद इस बार किसी भी हाल में कोई गड़बड़ नहीं होने देना चाहता क्योंकि यदि दुबारा नकल या अन्य किसी कारण से परीक्षा रद्द हुई तो पुलिस मुख्यालय की परीक्षा करवाने की क्षमता पर प्रश्रनचिन्ह लग सकता है। मुख्यालय को आशंका है कि यदि दुबारा भर्ती परीक्षा में गड़बड़ हुई तो भर्ती का काम पुलिस से लेकर अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड को दिया जा सकता है।