आंकड़े कम दिखाने के लिए बाद में दर्ज आंकड़े कम दिखाने के लिए पुलिस ने चोरी हुए वाहनों के मालिकों की जयपुर कमिश्ररेट पुलिस ने एफआईआर ही दर्ज नहीं की। कोतवाली थाना क्षेत्र में 2 मई को लक्ष्मी सैनी की बाइक चोरी हुई थी, लेकिन पुलिस ने मामला 19 मई को दर्ज किया। इसी थाना क्षेत्र में 12 मई को मनोज की बाइक चोरी हुई और प्रकरण 19 मई को दर्ज किया गया। रामगंज थाना क्षेत्र में 14 मई को सुरेश की बाइक चोरी हुई और मामला 19 मई को दर्ज किया गया।
पुलिस का मुखबिर तंत्र हो रहा फेल कुछ वर्ष पहले पुलिस ने गुजरात की तत्कालीन राज्यपाल कमला की कार भी उनके जयपुर आवास से चोरी हो गई थी लेकिन उनकी कार को एक दिन में ही ढूंढ निकाला था। यह कार्य मुखबिर तंत्र के आधार पर ही हो पाया था। लेकिन आइजी की कार चोरी मामले में यह मुखबिर तंत्र भी फेल होता दिखाई दे रहा है।