पुलिस मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक, पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग ( DGP kapil garg ) को प्रदेश के कई थानों में अवैध बजरी के संबंध में वसूली की लगातार शिकायतें मिल चुकी हैं। इतना ही नहीं, पुलिस अधिकारियों के दौरा करने के समय मार्गों पर अवैध बजरी के वाहन धड़ल्ले से निकलते मिलते भी हैं। यह सबकुछ कई जगह नाकाबंदी और पुलिस गश्त के बावजद हो रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस में अवैध बजरी से भ्रष्टाचार पनप रहा है। कार्रवाई की बजाय पुलिस का बजरी माफियाओं के साथ गठजोड़ बन गया है। इसके चलते डीजीपी गर्ग ने पुलिस द्वारा अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाने का कमेटी के जरिए निर्णय किया है कि पुलिस अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करे।
बजरी भी बनी सिर दर्द कई थाना पुलिस अवैध बजरी के खिलाफ कार्रवाई करती है। बाद में उस वाहन के छूट जाने पर बजरी को थाना परिसर में खाली करवाते है। अवैध बजरी लाने वाले वाहनों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही और जो थाना पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई करती है, उनके थाना परिसर और आसपास में बजरी का ढेर लग जाता है। अब नौबत यह आ गई कि कार्रवाई करने वाली थाना पुलिस भी बजरी कहां खाली करवाए, इस परेशानी के चलते अवैध बजरी के वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने से बचती है। इन थाना पुलिस ने भी बजरी की समस्या से पुलिस मुख्यालय को अवगत कराया है।
अब यह करेगी पुलिस अवैध बजरी पकड़े जाने पर संबंधित खान विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर पकड़े गए वाहन और मुलजिम को उनके सुपुर्द कर दिया जाए। खान विभाग खनन एक्ट के तहत अवैध बजरी लाने और उस वाहन के खिलाफ कार्रवाई करे।
जल्द ही यह किया जाएगा कि पुलिस अवैध बजरी के वाहन पकड़े, लेकिन उनके खिलाफ खुद कार्रवाई करने की बजाय खान विभाग के अधिकारियों को बुलाकर उनसे कार्रवाई करवाए। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी जिला पुलिस अधिकारियों को इसके लिए निर्देश भी जारी किए जाएंगे।
कपिल गर्ग, पुलिस महानिदेशक