एसीबी के डीजी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि करीब साढ़े तीन माह पहले बेगू विधायक विधुड़ी ने शिकायत की थी कि एसएचओ वीरेन्द्र सिंह डोडा पोस्त को नष्ट (नहीं जलाने) की पर हंगामा नहीं करने की एवज में 35 लाख रुपए की घूस देने की बात कह रहा है। एसीबी के सत्यापन में इसकी पुष्टि हो गई। एसीबी ने दूसरी बार सत्यापन किया तो एसएचओ वीरेन्द्र सिंह विधायक विधुड़ी से मिला। तब विधायक ने कुछ डोडा पोस्त के पकड़े गए ट्रक बिना कार्रवाई के छोडऩे की बात कही। तभी एसएचओ एक ट्रक छोडऩे के बदले 15 से 20 लाख रुपए लेना स्वीकारते हुए मामले को दबाने के लिए 15 लाख रुपए अलग से और देने का ऑफर दिया।
एसएचओ वीरेन्द्र ने पोस्टिंग बेगू थाने में रहने और डोडा पोस्त के छोड़े गए ट्रकों की बात उजागर नहीं होने के बदले में 15 लाख रुपए हवाला के जरिए जयपुर में देने की बात कही। इसकी भी एसीबी के सत्यापन में पुष्टि हो गई।
10 का नोट वाट्सएप करवाया एसएचओ वीरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को विधायक विधुड़ी से संपर्क किया और हवाला से 15 लाख रुपए देने की बात कही। एसएचओ वीरेन्द्र ने विधायक विधुड़ी से 10 रुपए का नोट वाट्सएप करवाया। नोट के नंबर भी वाट्सएप करवाए। फिर विधायक विधुड़ी को एक मोबाइल नंबर दिया और कहा कि बुधवार को इस नंबर पर संपर्क करना और नोट दिखाने पर रकम मिल जाएगी। बुधवार को एमएलए का प्रतिनिधि ने हवाला कारोबारी हिमांशु से संपर्क किया। हिमांशु ने विद्याधर नगर में शाम करीब साढ़े चार बजे मिलने बुलाया। वहां पर 10 का नोट देखने के बाद 11.18 लाख रुपए दे दिए, तभी एसीबी ने उसको पकड़ लिया।