राहगीरों को खिलाते है खाना-
महेश नगर थाने के हैड कांस्टेबल राजेन्द्र शर्मा बताते है कि ड्यूटी के दौरान लोग बड़ी संख्या में खाना दे जाते है। ऐसे में जब कोई राहगीर निकलता है तो वह उसे खाना दे देते है। जिससे उसे भूखा नहीं रहना पड़े। पुलिसकर्मी मुकेश का कहना था कि ड्यूटी के दौरान वह देख रहे है कि रात को भी मजदूरों के कदम अपने घरों की तरफ जाने से पीछे नहीं है। यहीं वजह है कि सरकार को उनके लिए बसों की अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी।
महेश नगर थाने के हैड कांस्टेबल राजेन्द्र शर्मा बताते है कि ड्यूटी के दौरान लोग बड़ी संख्या में खाना दे जाते है। ऐसे में जब कोई राहगीर निकलता है तो वह उसे खाना दे देते है। जिससे उसे भूखा नहीं रहना पड़े। पुलिसकर्मी मुकेश का कहना था कि ड्यूटी के दौरान वह देख रहे है कि रात को भी मजदूरों के कदम अपने घरों की तरफ जाने से पीछे नहीं है। यहीं वजह है कि सरकार को उनके लिए बसों की अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी।
कुत्तों को नहीं मिला था खाना-
कोरोना वायरस का सबसे बड़ा प्रभाव जंगली जानवरों पर पड़ा। कुत्तों को खाना नहीं मिला और कबूतर चुग्गा के लिए परेशान रहे। यहीं वजह है कि मुख्यमंत्री को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा और लोगों से आग्रह किया कि आस-पास कुत्ता बिल्ली जैसे जानवरों को भी खाना खिलाए। इसके लिए उन्हें समाज सेवी संस्थाओं से आग्रह किया। गलता में बंदरों को खाना नहीं मिलने से वह परेशान दिखाई दिए। हालांकि बाद में कुछ लोग गलता पहुंचे और बंदरों को खाना खिलाया। वहीं अब लोग कबूतरों को चुग्गा डालने के लिए सुबह निकलने लगे हैं। जिन्हें अब पुलिस की ओर से भी रोका नहीं जा रहा है।
कोरोना वायरस का सबसे बड़ा प्रभाव जंगली जानवरों पर पड़ा। कुत्तों को खाना नहीं मिला और कबूतर चुग्गा के लिए परेशान रहे। यहीं वजह है कि मुख्यमंत्री को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा और लोगों से आग्रह किया कि आस-पास कुत्ता बिल्ली जैसे जानवरों को भी खाना खिलाए। इसके लिए उन्हें समाज सेवी संस्थाओं से आग्रह किया। गलता में बंदरों को खाना नहीं मिलने से वह परेशान दिखाई दिए। हालांकि बाद में कुछ लोग गलता पहुंचे और बंदरों को खाना खिलाया। वहीं अब लोग कबूतरों को चुग्गा डालने के लिए सुबह निकलने लगे हैं। जिन्हें अब पुलिस की ओर से भी रोका नहीं जा रहा है।