scriptदिलवाले निकले दिल के डॉक्टर: हड़ताल के बीच निभाया इंसानियत का धर्म, थानेदार को हार्ट अटैक आया तो सब कुछ भुलाकर जान बचाने में जुट गए, लौटा दी सांसें | Policeman suffers heart attack, protesting doctor saves his life | Patrika News

दिलवाले निकले दिल के डॉक्टर: हड़ताल के बीच निभाया इंसानियत का धर्म, थानेदार को हार्ट अटैक आया तो सब कुछ भुलाकर जान बचाने में जुट गए, लौटा दी सांसें

locationजयपुरPublished: Mar 24, 2023 12:00:30 pm

Submitted by:

JAYANT SHARMA

साथी पुलिसकर्मी एएएसआई मुकेश को लेकर एंबुलेंस से एक निजी अस्पताल के लिए रवाना हो गए। इस बीच डॉक्टर ने गर्ग ने मरीज मुकेश यादव को बीच में ही ज्वाइन कर लिया

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Dr Garg

जयपुर। खबर राजस्थान के जयपुर जिले से है। जयपुर समेत प्रदेश भर में डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं, निजी अस्पतालों के। सरकारी वाले भी उनको समर्थन कर रहे हैं कुछ कुछ घंटों के लिए। आज भी दो घंटों के लिए पैन डाउन स्ट्राइक रखी गई है प्रदेश के कई सरकारी अस्पतालों में। डॉक्टर विरोध कर रहे हैं। राइट टू हेल्थ बिल का, जिसे सरकार पारित कर चुकी है और अब बिल आगामी कार्रवाई के लिए राज्यपाल को भेज दिए गए हैं। इस बीच लगातार विरोध प्रदर्शन जारी हैं । जयपुर में कई बार पुलिस वाले और डॉक्टर भिड़ चुके हैं। वाटर कैनन के निशाने पर भी डॉक्टर्स आ चुके हैं।

ये तो हो गई हड़ताल, विरोध प्रदर्शन और बवाल की बात……। अब बात इंसानियत की…। जयपुर में हड़ताल के दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स ने एक पुलिसकर्मी की जान बचाने के लिए सब कुछ भुला दिया। किस्सा बुधवार दोपहर का है लेकिन अब सामने आया है। दरअसल प्रदर्शन के दौरान बुधवार दोपहर स्टेच्यू सर्किल के नजदीक पुलिसकर्मी, प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स पर वाटर केनन छोड़ रहे थे तो इस दौरान एक एएसआई मुकेश यादव की तबियत अचानक खराब हो गई और वह सड़क पर गिर गए। दिल में तेज दर्द हो रहा था और आखं बंद हो रही थीं

ऐसे में वहां पर मौजूद दिल के डॉक्टर पुष्पेन्द्र गर्ग को सूचना दी गई। साथी पुलिसकर्मी एएएसआई मुकेश को लेकर एंबुलेंस से एक निजी अस्पताल के लिए रवाना हो गए। इस बीच डॉक्टर ने गर्ग ने मरीज मुकेश यादव को बीच में ही ज्वाइन कर लिया और सीधे एबंलेंस में आ गए। जांच की तो पता चला कि मुकेश यादव की सांसे जा रही थी। उन्हें पंद्रह से बीस मिनट तक सीपीआर दिया गया। लेकिन फायदा नहीं मिला। बाद में अस्पताल पहुचने पर उन्हें बिजली के पंद्रह बीस झटके दिए गए। तब जाकर उनके दिल ने धड़कना शुरू कियां उसके बाद उनको ऑपरेट किया गया और उनके ब्लॉकेज हटाए गए। तब जाकर मुकेश की हालत में सुधार आया। उनको अभी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपना सेवा धर्म निभाने के बाद डॉक्टर गर्ग फिर से अपने पेशा निभाने चले गए और हड़ताल करन रहे अपने साथी डॉक्टर्स को ज्वाइन कर लिया।

https://youtu.be/gpe0FS-3N9Y
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