विभाग की ओर से जारी आदेशों में फतेहनगर, कुचेरा, कुशलगढ़, गुलाबपुरा, आसींद, डेगाना, रामगढ़ शेखावाटी, फतेहपुर शेखावाटी, खुड़ाला फालना, नोहर, सूरजगढ़, सादड़ी, मांडलगढ़, कोटपूतली, चाकसू, लालसोट, बेगूं, लोसल, बहरोड़, डीग और गजसिंहपुर नगरपालिका में 6-6 मनोनीत पार्षद बनाए गए हैं। इसी तरह बिसाउ, सूरतगढ़, रावतभाटा और आमेट में दो-दो, परतारपुरागढ़ी में एक, मकराना में 4, अनूपगढ़ और खाटूश्यामजी में 5-5 सदस्य बनाए गए हैं।
जयपुर को अब भी इंतजार मनोनीत पार्षदों के लिए जयपुर के दोनों नगर निगम को अब भी इंतजार करना पड़ेगा। दोनों निगमों करीब 12 मनोनीत पार्षदों की घोषणा होगी। मगर पार्टी में चल रही आपसी खींचतान की वजह से फिलहाल मामला अटका हुआ है। यही नहीं हैरिटेज नगर निगम में तो अभी तक समिति अध्यक्षों की घोषणा नहीं हो पाई है। यहां भी बारह भाइयों के चौराहे पर एक अवैध निर्माण को लेकर पार्षद और महापौर आमने—सामने नजर आ रहे हैं।