इसके अलावा कई प्रदेश स्तरीय निगम-बोर्ड और आयोगों में भी राजनीतिक नियुक्तियां होंगी। सूत्रों की माने तो सबसे पहले संवैधानिक पदों वाले आयोगों में नियुक्तियां होंगी। कांग्रेस पार्टी के एक आला नेता भी इसके संकेत दिए हैं।
बताया जा रहा है कि अधिकांश जिलों के प्रभारी मंत्रियों ने भी जिला स्तरीय राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट किए जाने वाले कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं की लिस्ट तैयार कर पार्टी के प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी को सौंप दी है।जिले के प्रभारी मंत्रियों को 16 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी।
50 हजार कार्यकर्ताओं को राजनीतिक नियुक्तियां
सूत्रों की माने तो प्रदेश में जिला और प्रदेश स्तरीय राजनीतिक नियुक्तियों में 50 हजार से ज्यादा से कार्यकर्ताओं को एडजस्ट किए जाने की चर्चा है। राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही नेता और कार्यकर्ता राजनीतिक नियुक्तियों की आस लगाए बैठे हैं।
राजनीतिक नियुक्तियां इसलिए भी होंगी पहले
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों की माने तो अब राजनीतिक नियुक्तियां इसलिए भी पहले की जाएगी कि मई-जून में होने वाले नगर निगम, पंचायत और जिला परिषदों के चुनाव मे पार्टी कार्यकर्ता जी-जान से जुटकर प्रत्याशियों को विजय दिलाएं।
वैसे भी पिछले डेढ़ साल से राजनीतिक नियुक्तियों का इंतजार कर रहे कार्यकर्ताओं और नेताओं के सब्र अब जवाब देने लगा है। राजनीतिक नियुक्तियों की मांग दिल्ली दरबार तक भी पहुंच चुकी है। गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान ने भी सत्ता और संगठन को 31 मार्च तक राजनीतिक नियुक्तियां करने का फरमान जारी किया हुआ है।