दरअसल, संक्रमण का पैमाना कम होने के साथ ही कुछ नेताओं ने मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग के मूलभूत नियमों को हल्के में लेना शुरू कर दिया है। इसका उदाहरण नेताओं की जनसुनवाइयों और बैठकों में साफ़ तौर पर देखने को मिल रहा है।
ख़ास बात ये भी है कि ये जनप्रतिनिधि कोविड नियमों को टाक पर रखने वाली स्वयं की तस्वीरों को अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के ज़रिये सार्वजनिक रूप से साझा भी कर रहे हैं।
गहलोत बार-बार कर रहे अपील
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी समय-समय पर कोरोना संक्रमण को हल्के में नहीं लेने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं। गहलोत बार-बार अपने संदेशों में कह रहे हैं कि अभी संक्रमण के मामले कम ज़रूर हो रहे हैं, पर खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। वर्त्तमान में भी ज़रा सी लापरवाही स्थितियां बेकाबू करने का काम कर सकती हैं। लेकिन लगता है जनप्रतिनिधियों पर इसका ज़्यादा असर नहीं दिख रहा है।