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मतदाता सूची सुधारने में राजनीतिक दलों का सहयोग जरूरी

locationजयपुरPublished: Jun 20, 2018 08:05:43 pm

Submitted by:

Anil Chauchan

मतदाता सूची सुधारने में राजनीतिक दलों का सहयोग जरूरी…

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मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 31 जुलाई को

मुख्य निर्वाचन अधिकारी भगत ने कहा

जयपुर .
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से कहा कि वे मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग कर पात्र व्यक्तियों के ज्यादा से ज्यादा नाम मतदाता सूचियों में जुड़वाकर लोकतंत्र में अहम भूमिका निभाएं।
सचिवालय में बुधवार को मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी भगत ने कहा कि मतदाता सूचियों के प्रारूप का प्रकाशन 31 जुलाई को किया जाएगा तथा 31 जुलाई से 21 अगस्त तक दावे और आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। राजनैतिक दलों के बूथस्तरीय अभिकर्ताओं के साथ दावे और आपत्तियों के आवेदन प्राप्त करने के लिए 12 और 19 अगस्त को विशेष तिथियां भी रखी गई हैं। 27 सितंबर को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा और वही मतदाता सूची चुनाव में काम ली जाएगी।
1 जनवरी 2018 को पात्र का नाम सूची में हो शामिल

मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने कहा कि मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम में राजनीतिक दलों की सक्रिय भूमिका अपेक्षित है। राज्य के जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए कि 1 जनवरी 2018 को जो पात्र व्यक्ति 18 वर्ष की आयु के हो जाएं, वे मतदाता सूची में शामिल हो। इस दौरान किसी भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि ने मतदाता सूची में फर्जी नाम जोडऩे जैसी कोई शिकायत नहीं की।
बैठक में बहुजन समाज पार्टी के देवीलाल, भारतीय जनता पार्टी के नाहरसिंह माहेश्वरी और बबीता शर्मा, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माकपा) के गुरचरन सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस के राघवेंद्र पारीक ने हिस्सा लिया।
5 लाख दिव्यांग पंजीकृत
अश्विनी भगत ने कहा कि इस बार चुनाव की थीम सुगम मतदान है। प्रदेशभर में 10 लाख से ज्यादा दिव्यांगजन हैं। इनमें से 5 लाख से ज्यादा दिव्यांगजनों को निर्वाचन विभाग ने पंजीकृत किया, बाकी को भी जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले विधानसभा में 17 हजार से ज्यादा दिव्यांगजनों ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
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