भाजपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा को लेकर पूछे सवाल पर चुप्पी साध ली। शिमला में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के स्वास्थ्य का हालचाल जानने उनके आवास पर पहुंचे नड्डा ने हिंसा के सवाल हो टाल दिया। उन्होंने पत्रकारों के सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।
शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने दिल्ली हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बादल ने कहा कि हमारे संविधान के तीन प्रमुख अंग हैं। धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और लोकतंत्र। लेकिन अब न तो धर्मनिरपेक्षता और न ही समाजवाद बचा है। लोकतंत्र भी केवल संसदीय और विधानसभा चुनावों में ही बचा है।
अमरीकी विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हिंसा की निंदा करते हुए भारत को नसीहत दी है कि वो अपने नागरिकों के शांतिपूर्ण सभा करने के अधिकारों की रक्षा करे। अमरीका का कहना है कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को बरकरार रखने के लिए उन्होंने सर्वोच्च स्तर पर बातचीत की है। डेमोके्रटिक सांसद कॉलिन एल्फ्रेड और बॉब मेंडिज ने भी लोगों के शांतिपूर्ण विरोध के अधिकारों की रक्षा करने की बात कही है।