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ऑक्सीजन पर सियासत, बयानों पर विरोधाभास को लेकर भाजपा ने सरकार को घेरा

locationजयपुरPublished: Apr 22, 2021 08:51:33 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

ऑक्सीजन की कमी को लेकर सरकार की ओर से आ रहे विरोधाभासी बयानों को लेकर भाजपा ने सरकार पर हमला बोला है। भाजपा नेताओं ने सरकार पर कोरोना के नाम पर सियासत करने के आरोप लगाए हैं।

ऑक्सीजन पर सियासत, बयानों पर विरोधाभास को लेकर भाजपा ने सरकार को घेरा

ऑक्सीजन पर सियासत, बयानों पर विरोधाभास को लेकर भाजपा ने सरकार को घेरा

जयपुर।

ऑक्सीजन की कमी को लेकर सरकार की ओर से आ रहे विरोधाभासी बयानों को लेकर भाजपा ने सरकार पर हमला बोला है। भाजपा नेताओं ने सरकार पर कोरोना के नाम पर सियासत करने के आरोप लगाए हैं।
विधायक कालीचरण सराफ ने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा की केंद्र पर की जा रही बयानबाजी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि महामारी के कारण प्रदेश में लोंगों की जानें जा रहीं हैं और मंत्री जी केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने में व्यस्त हैं। उद्योग मंत्री प्रसादी लाल कह रहे हैं कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने दबाव बनाने के लिए सांसदों और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी बताते हुए अतिरिक्त सप्लाई के लिए पत्र लिखा है। महामारी के समय केबिनेट मंत्रियों के विरोधाभाषी वक्तव्यों से पता चलता है कि इन विकट परिस्थितियों में भी सरकार में बैठे लोग बिल्कुल गंभीर नहीं हैं। सराफ ने कहा कि केंद्र सरकार ने कह दिया है कि उद्योंगों को ऑक्सीजन सप्लाई नहीं करके मरीजों के लिए दी जाएगी।
मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री के बयानों में विरोधाभास-देवनानी

विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ऑक्सीजन की कमी के लिए बार-बार केंद्र सरकार को कोस रहे हैं तो उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा कहते हैं कि प्रदेश में ऑक्सीजन अभी भी पर्याप्त मात्रा मे है। ऑक्सीजन की कमी पर मुख्यमंत्री व उद्योग मंत्री के बयान विरोधाभास उत्पन्न करने वाला है। देवनानी ने कहा कि एक तरफ बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो रही है और इंजेक्शन भी पर्याप्त मात्रा में सरकारी अस्पतालों को सप्लाई नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री और मंत्री कभी केंद्र सरकार को कोसते हैं तो कभी अपनी सरकार की अकर्मण्यता पर पर्दा डालने के लिए विरोधाभासी बयान देते हैं। अभी तक यह बात समझ में नहीं आई कि मुख्यमंत्री और उद्योग मंत्री में कौन झूठ या सच बोल रहे हैं।
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