शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने आज यहां एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि पाठ्यक्रम समीक्षा समितियों की सिफारिश पर विद्यार्थी हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि समितियों की सिफारिश के आधार पर राज्य में ऐसे पाठ्यक्रम को वरीयता दी जा रही है, जो विद्यार्थियों के नॉलेज को बढ़ाए और भविष्य में उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का आधार भी दें। साथ ही कहा कि राज्य सरकार की स्पष्ट मंशा है कि शिक्षा में किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
प्रेसवार्ता के दौरान मंत्री डोटासरा ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने विचारधारा विशेष से जुड़ी पुस्तकें विद्यार्थियों को पढ़ाई। जबकि अब राजस्थान में विद्यार्थियों को राजस्थान के भूगोल, इतिहास और संस्कृति से जुड़ी पुस्तकें पढ़ाई जा रही है। इसके साथ ही मंत्री डोटासरा ने स्कूलों में मासिक टेस्ट लेने और बालसभाओं के दौरान रिपोर्ट कार्ड पेरेंट्स को सौंपने की बात भी कही।