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परीक्षाओं को लेकर शुरू हुई राजनीति, एबीवीपी—एनएसयूआई आमने सामने, एबीवीपी ने चलाया कैंपेन

locationजयपुरPublished: May 16, 2020 10:42:21 am

Submitted by:

dinesh

कोरोना संक्रमण ( Covid 19 ) के कारण स्थगित हुई महाविद्यालय और विश्वविद्यालय की परीक्षाएं करवाने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। परीक्षाओं का आयोजय या नहीं हो इसको लेकर छात्र संगठन आमने सामने हो गए हैं…

Rajasthan University

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जयपुर। कोरोना संक्रमण ( Covid 19 ) के कारण स्थगित हुई महाविद्यालय और विश्वविद्यालय की परीक्षाएं करवाने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है। परीक्षाओं का आयोजय या नहीं हो इसको लेकर छात्र संगठन आमने सामने हो गए हैं। छात्र संगठन एबीवीपी ने महामारी को देखते हुए विश्वविद्यालय की बाकी परीक्षाएं नहीं करवाने को लेकर अभियान छेड़ दिया है। वहीं एनएसयूआई विश्वविद्यालयों में बाकी परीक्षाओं को सोशल डिस्टेंस के माध्यम से करवाने को लेकर जोर दे रहा है। हालांकि राजस्थान विश्वविद्यालय सहित उच्च शिक्षा विभाग बाकी परीक्षाओं का आयोजन करवाने को लेकर अपनी मंशा जता चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी छात्र संगठनों ने परीक्षाओं के आयोजन को लेकर राजनीति शुरू कर दी है।
एबीवीपी ने ट्वीटर पर चलाया अभियान
छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने स्थगित परीक्षाएं नहीं हो इसके लिए सोशल मीडिया के माध्यम से कैंपेन चलाया है। जिसमें आज से विद्यार्थी जो परीक्षाएं नहीं करवाने के पक्ष में है और संगठन के कार्यकर्ता #NoExamForRUStudentsRajGovt ट्वीटर पर लिख कर अभियान चला रहे है।
परीक्षा नहीं करवाने से बच सकेंगे करोड़ों रुपए
एबीवीपी के मनीष शर्मा का कहना है कि जो परीक्षा हो गयी उसका परिणाम जारी कर देना चाहिए। वहीं गत परीक्षा परिणाम के आधार पर ग्रेस देकर अगली कक्षा के लिए पास कर देना चाहिए। जो विद्यार्थी अंतिम वर्ष में है उन्हें डिग्री अलॉट कर देनी चाहिए। जिससे कि विश्वविद्यालय के करोड़ों रुपए जो परीक्षा कार्य में खर्च होते हैं वह बच सके। जो लालफीताशाही परीक्षा कार्यों के नाम पर विश्विद्यालय में फ्लाइंग, पेपर बनाने, कॉपी छपाने का कमीशन, सेंटर को पेमेंट करना और अलॉट करने का कमीशन, ओवरटाइम सहित अन्य खर्चा जो परीक्षा के नाम पर खर्च हो वह भी बच सके। इसके अलावा परीक्षा खर्चे के नाम पर जो पैसा जाता है वह तो बचेगा ही साथ ही बीमारी से भी बचा जा सकेगा। ऐसे में इस पैसे की बचत कर इसे कोरोना संकट की महारारी से लड़ाई में काम लिया जा सकेगा।
एनएसयूआई का दावा परीक्षा तो होकर ही रहेगी
विद्यार्थियों की स्थगित परीक्षाएं करवाने को लेकर एनएसयूआई दावा कर रही है कि परीक्षाएं तो होकर ही रहेगी। एनएसयूआई के प्रवक्ता रमेश भाटी का कहना है कि विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थी किसी की बातों में ना आए और परीक्षा तो हो कर ही रहेगी। कोरोना की बात की जाए तो हमें कोरोना के साथ जीना पड़ेगा ना कि कोरोना से डर कर घर बैठ जाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क पहन कर परीक्षाएं हो सकती है। वहीं रही बात विद्यार्थियों के गांव ढाणी से जयपुर आकर परीक्षा देने की तो उसके लिए भी सरकार कोई ना कोई प्रबंध अवश्य करेगी। इसलिए सभी विद्यार्थी तैयारी करें जिससे की अच्छे नंबर वह पा सके। दूसरे संगठन लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए परीक्षाएं नहीं करवाने पर अड़े है उनकी बातों में नहीं आना चाहिए।
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