आज सुबह जयपुर का एक्यूआई 70 के स्कोर को पार कर गया। आज सुबह 7 बजे जयपुर का ओवरऑल एक्यूआई स्कोर 72 दर्ज किया गया। वहीं जयपुर में आज सबसे ज्यादा प्रदूषण एमआई रोड के जयपुर कमिश्नरेट पर लगे मीटर में दर्ज हुआ। रविवार से पहले इसी जगह सबसे कम प्रदूषण था और इस मीटर में एक्यूआई 50 से 54 के बीच दर्ज किया गया था। लेकिन आज सुबह जयपुर कमिश्नरेट पर लगे प्रदूषण मापने के मीटर में प्रदूषण के लेवल में बढ़ोतरी दर्ज की गई और यहां पर एक्यूआई स्कोर 78 दर्ज किया गया तो शास्त्री नगर में लगे मीटर में एक्यूआई कम आया। यहां गत दिनों में प्रदूषण का स्तर 60 के करीब था जो आज 68 एक्यूआई दर्ज किया गया तो आदर्श नगर में लगे मीटर में आज सुबह एक्यूआई स्कोर 70 दर्ज किया गया। यहां भी गत दिनों में लॉक डाउन के बाद से एक्यूआई स्कोर 50 से 60 के बीच ही था। लेकिन कल आतिशबाजी के बाद करीब 10 से 20 अंक की वृद्धि एक्यूआई स्कोर में हुई हैं।
लॉक डाउन के बाद बदल गई शहर की आबोहवा
कोरोना संक्रमण के कारण शहर में हुए लॉक डाउन की वजह से जयपुर की आबोहवा में बदलाव आया था। कभी जिस जयपुर में प्रदूषण का स्तर 200 से 300 के बीच तक रहता था वह प्रदूषण का स्तर करीब 50 एक्यूआईए स्कोर पर आ गया था। शहर में ट्रैफिक बंद होने और उद्योग धंधे कारखाने बंद होने से शहर की हवा एकदम शुद्ध हो चली है। पर्यावरण विदों का कहना है कि शहर में हुई आतिशबाजी के कारण शहर के एक्यूआई स्कोर में हल्की सी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अभी भी शहर की हवा स्वास्थ्यवर्धक बनी हुई है। आगामी दिनों में शहर के प्रदूषण में बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि लॉक डाउन में भी जरूरी सामान के वाहनों को परमिशन मिलने के बाद यह वाहन चलना शुरू हो जाएंगे। ऐसे में प्रदूषण का स्तर ऐसे ही बना रहेगा और 70 के करीब आया यह स्कोर अब लगातार इसी लेवल पर बना रहेगा।
कोरोना संक्रमण के कारण शहर में हुए लॉक डाउन की वजह से जयपुर की आबोहवा में बदलाव आया था। कभी जिस जयपुर में प्रदूषण का स्तर 200 से 300 के बीच तक रहता था वह प्रदूषण का स्तर करीब 50 एक्यूआईए स्कोर पर आ गया था। शहर में ट्रैफिक बंद होने और उद्योग धंधे कारखाने बंद होने से शहर की हवा एकदम शुद्ध हो चली है। पर्यावरण विदों का कहना है कि शहर में हुई आतिशबाजी के कारण शहर के एक्यूआई स्कोर में हल्की सी बढ़ोतरी हुई है। हालांकि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि अभी भी शहर की हवा स्वास्थ्यवर्धक बनी हुई है। आगामी दिनों में शहर के प्रदूषण में बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि लॉक डाउन में भी जरूरी सामान के वाहनों को परमिशन मिलने के बाद यह वाहन चलना शुरू हो जाएंगे। ऐसे में प्रदूषण का स्तर ऐसे ही बना रहेगा और 70 के करीब आया यह स्कोर अब लगातार इसी लेवल पर बना रहेगा।