यह कहना है राजस्थान में संपूर्ण शराब बंदी के लिए आंदोलनरत पूनम छाबडा का। जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन की बतौर अध्यक्ष पूनम ने कहा कि आज प्रदेश की सरकार शराब हितैषी बनी बैठी है जबकी सरकार को किसान हितैषी बनना चाहिये आज प्रदेश का अन्नदाता दुखी और प्रताड़ित है, सरकार को तुरंत किसान का कर्जा माफ़ करना चाहिये।
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इसके साथ ही किसान को सिंचाई के लिए लाइट फ्री देनी चाहिये क्योंकि देश के कई राज्यो में किसान को लाईट फ्री है तो राजस्थान में क्यों नहीं? किसान की फसल का उचित समर्थन मूल्य जारी करे नहीं तो जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन भी किसान आंदोलन में शरीक होगा।