रहती हैं लड़कों की स्टाइल में पूनम यादव का जन्म 24 अगस्त 1991 में आगरा में हुआ था। उनके पिता रघुवीर सिंह सेना से सेवानिवृत्त और उनकी मां मुन्नी देवी हाउसवाइफ हैं। पूनम ने अपनी माता-पिता की प्रेरणा से क्रिकेट में कदम रखा था। पूनम अब तक एक टेस्ट मैच, 46 एकदिवसीय और 63 टी—20 मैच खेल चुकी हैं। पूनम अर्जुन अवार्ड पाने वाली देश की 54वीं क्रिकेटर हैं। जन्म दिवस के चलते 24 नंबर की जर्सी पहनती हैं। टॉम-बॉय की तरह रहने वाली पूनम बचपन में भी लड़कों की तरह रहती थी। उन्हीं की तरह कपड़े पहनना और लड़कों के साथ ही क्रिकेट खेलती थी। अभी पूनम उत्तर प्रदेश की टीम का भी हिस्सा है। साथ ही वह घरेलू स्तर पर रेलवे का प्रतिनिधित्व करती हैं।
रुकावटें भी नहीं रोक पाईं
पूनम को खेल की शुरुआत में कुछ कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। उसे लड़कों के साथ अभ्यास करनी पड़ती थी। वर्ष 2009 में लड़कों के साथ अभ्यास करने की शिकायत पर वह दो-तीन दिन तक मैदान में नहीं जा सकी थीं।
पूनम को खेल की शुरुआत में कुछ कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ा। उसे लड़कों के साथ अभ्यास करनी पड़ती थी। वर्ष 2009 में लड़कों के साथ अभ्यास करने की शिकायत पर वह दो-तीन दिन तक मैदान में नहीं जा सकी थीं।
2018 में शीर्ष पांच में शामिल यादव 2017 महिला क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में पहुंचने के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थीं, जहां टीम इंग्लैंड से नौ रन से हार गई थी। जून 2018 में उन्होंने महिलाओं की टी-20 रैंकिंग में शीर्ष पांच में प्रवेश किया और सूची में तीसरे स्थान पर रहीं। अक्टूबर 2018 में वेस्टइंडीज में 2018 आईसीसी महिला विश्व कप टी-20 टूर्नामेंट के लिए भारत की टीम में शामिल किया गया था। वह टूर्नामेंट में भारत के लिए संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी रहीं। उन्होंने पांच मैचों में आठ विकेट लिए। वह सितंबर 2018 में टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 39 मैचों में 57 विकेट लेकर भारत के सबसे अधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी बनीं। वह श्रीलंका की महिलाओं के खिलाफ पहले टी 20 में झूलन गोस्वामी के 56 रन से आगे निकल गई। वर्तमान में पूनम टी-20 की अहम सदस्य हैं।