भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सत्ताधारी कांग्रेस सरकार के विधायकों द्वारा अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने को लेकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के धरने से स्पष्ट हो गया है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार का इकबाल पूरी तरह खत्म हो चुका है और कांग्रेस के विधायक भी इस सरकार की जनविरोधी कार्यशैली से नाराज हैं। इस सरकार ने किसानों और युवाओं से वादाखिलाफी की है।
पूनियां ने कहा कि पहले वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी धरने पर बैठ चुके हैं। वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कई बार पत्र भी लिख चुके हैं और वरिष्ठ विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत भी भ्रष्टाचार को लेकर मंथली की बात कह चुके हैं, अब प्रश्न यह है कि मुख्यमंत्री गहलोत धरने पर कब बैठेंगे ? कांग्रेस सरकार को सोचने और विचार करने की जरूरत है कि आखिर उनकी ही पार्टी के विधायक अपनी सरकार के खिलाफ बार-बार धरने पर क्यों बैठ रहे हैं ?