प्रसव के बाद यदि हो बुखार व पेट में दर्द तो हो जाएं अलर्ट
जयपुरPublished: Aug 03, 2019 05:38:42 pm
पेट के निचले हिस्से में दर्द व बुखार की वजह है पोस्टपार्टम डिलीवरी इंफेक्शन, इसमें साफ सफाई का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। साथ ही लंबे समय तक एक ही जगह बैठे रहने से पैरों में खून का थक्का जमने से भी दिक्कत होती है, जिसे डीवीटी भी कहते हैं, इससे भी बुखार आता है।
प्रसव के बाद यदि हो बुखार व पेट में दर्द तो हो जाएं अलर्ट
अक्सर प्रसव के बाद महिलाएं पेट के निचले हिस्से में दर्द, बुखार व बदबूदार डिस्चार्ज की शिकायत करती हैं। ऐसा बैक्टीरियल इंफेक्शन से होता है। इसे पोस्टपार्टम या डिलीवरी इंफेक्शन कहते हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि प्रसव के बाद लगभग एक या डेढ़ माह होने वाली ब्लीडिंग को रोकने के लिए सैनेट्री पैड का यदि सही से प्रयोग न हो तो इस तरह की समस्या होती है। साफ सफाई का ध्यान न रखने से भी कई दिक्कतें होती हैं।
तेजी से फैलता संक्रमण
समय-समय पर सैनेट्री पैड को न बदलने से संक्रमण अंग से होते हुए यूट्रस, फैलोपियन ट्यूब, ओवरी, पेट की अंदरूनी सतह, रक्त में फैलने के अलावा मल्टी ऑर्गन फैल्योर का कारण बन सकता है। प्रसव के दौरान आए टांकों के पकने से भी संक्रमण फैलता है। पानी की कमी से होने वाले यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से बुखार आता है। पर्याप्त लिक्विड डाइट लें। हाई फाइबर व प्रोटीन डाइट में दलिया, खिचड़ी, सलाद खाएं।
भ्रम न पालें
प्रसव के बाद महिला को कहा जाता है कि ज्यादा पानी पीने से पेट और बाहर निकल जाएगा या फिर लटक जाएगा। जबकि ऐसा करने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। महिला का पाचन बिगड़ सकता है। शरीर से विषैले पदार्थ धीरे-धीरे जमा होने लगते हैं।
एक्सपर्ट : डॉ. राखी आर्य, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ, जयपुर