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बाघिन दामिनी का पोस्टमार्टम आज,एक दूसरे का पसंद नहीं करते थे बाघ बाघिन।

locationजयपुरPublished: Jan 03, 2020 10:19:26 am

Submitted by:

HIMANSHU SHARMA

बाघ कुमार और बाघिन दामिनी का पहले भी जोड़ा बनाने का किया था प्रयास

Post-mortem of tigress Damini Today, tigers did not like each other.

Post-mortem of tigress Damini Today, tigers did not like each other.

जयपुर
सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में बाघ कुमार ने अपना एनक्लोजर तोड़ बाघिन दामिनी पर हमला कर उसे मार दिया। जिसके बाद वनविभाग और मेडिकल बोर्ड की टीम बाघिन दामिनी का पोस्टमार्टम आज दोपहर तक करेगी। इसके बाद यह तय होगा कि आखिर एक ही मिनट के अंतराल में बाघिन की मौत कैसे हो गई। हालांकि वन विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि बाघिन संभल पाती इससे पहले तो बाघ ने उसका गला दबा कर उसे मौत के घाट उतार दिया। लेकिन इस पूरी घटना के बाद वन विभाग प्रशासन पर फिर से सवाल खड़े हो गए थे। पहला सवाल तो सुरक्षा को लेकर ही उठने लगा है। जिसमें अब वन्यजीव प्रेमी यह सवाल उठाने लगे है कि बाघ जब वयस्क था तो उसे इतने कमजोर एनक्लोजर में क्यों रखा गया था। यहां पर कई सैलानी भी आते है अगर बाघ ऐसे ही निकलकर उनपर हमला कर देता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। फिर भी वनविभाग ने ऐसी लापरवाहीं बरती। वहीं दूसरा सवाल यह भी है कि जब वन विभाग के अधिकारियों को यह पता था कि बाघ कुमार और बाघिन दामिनी एक दूसरे को पसंद ही नहीं करते तो फिर इन्हें पास पास क्यो रखा गया था। क्योकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ और बाघिन को यहां लाने के बाद से इन्हें साथ रखकर इनका जोड़ा बनाने का प्रयास किया गया था। लेकिन दोनों साथ नहीं रह सके थे। इस दौरान भी दोनों ने एक दूसरे के अच्छा व्यवहार नहीं किया था। जिसके बाद इन्हें अलग कर अलग अलग एनक्लोजर में रखा गया। लेकिन विभाग ने गलती यही कर दी कि जब बाघ बाघिन एक दूसरे को पसंद ही नहीं कर रहे थे तो फिर भी इन्हें आमने सामने रखा गया था।
बायोलॉजिकल पार्क में सबसे पहले पुणे से आई थी दामिनी
सज्जनगढ़ बायोलॉजिकल पार्क 2015 में शुरू हुआ था। इसके बाद दामिनी काे पुणे के राजीव गांधी जूलॉजिकल पार्क से लाया गया था। यह यहां आने वाली पहली टाइगर थी। इसका बाद इनसे कुनबा बढ़ाने का प्रयास किया गया। वन विभाग दामिनी का जोड़ा बनाने के लिए बाघ कुमार को पिलीकुर्ला जू मंगलौर से 2017 में लेकर यहां आया। इसके बाद इनके बीच बार बार मैटिंग करवाने का प्रयास किया गया। लेकिन यह एडजस्ट नहीं कर पाए और इन्हें विभाग के अधिकारियों ने अलग अलग रखा। लेकिन कुमार के मन में बाघिन को लेकर लगातार कुछ चल रहा था। वह उसके साथ एडजस्ट नहीं होने के कारण शायद उसे पसंद नहीं कर रहा था। यही कारण रहा कि जब कुमार और दामिनी को एक साथ रखने की कोशिश की तो कुमार ने उसके साथ रहने के बजाए बाघिन दामिनी पर हमला बोल दिया। जिससे भी यह जख्मी हो गई थी। पशु विशेषज्ञों का मानना है कि बाघिन को पसंद नहीं करने के कारण बाघ उसका दुश्मन तो बना हुआ ही था। लेकिन इसके बावजूद भी बाघ के सामने ही उसे रखा गया। ऐसे में कही ना कही बाघिन की किसी हरकत पर बाघ ने गुस्सा होकर एनक्लोजर तोड़ा होगा और उसे मौत के घाट उतारा होगा!
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