scriptपरिवहन विभाग की डाक योजना बनी दुखदायी, तीन के बजाय 20 से अधिक लग रहे दिन | Postal scheme of transport department | Patrika News

परिवहन विभाग की डाक योजना बनी दुखदायी, तीन के बजाय 20 से अधिक लग रहे दिन

locationजयपुरPublished: Aug 29, 2019 12:16:01 pm

Submitted by:

dinesh

Postal scheme of transport department: आरसी और लाइसेंस को अब डाक के जरिए घर पर भेजने की परिवहन विभाग की योजना ( Transport department Postal scheme) लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर रही है। योजना में कई खामियां सामने आई हैं, जिन्हें लगभग महीनेभर बाद भी दूर नहीं किया जा सका है…

rto.jpg
जयपुर। आरसी और लाइसेंस को अब डाक के जरिए घर पर भेजने की परिवहन विभाग की योजना ( Postal scheme of transport department ) लोगों के लिए नई मुसीबत खड़ी कर रही है। योजना में कई खामियां सामने आई हैं, जिन्हें लगभग महीनेभर बाद भी दूर नहीं किया जा सका है। आरटीओ 4470 लाइसेंस और 3500 आरसी घर भेजने की दावा कर रहा है लेकिन हकीकत यह है कि प्रिंट होने के बाद आरसी-लाइसेंस आरटीओ और डाकघर के बीच ही घूम रहे हैं।
योजना का सही क्रियान्वयन नहीं होने से परेशान लोग कभी आरटीओ तो कभी डाकघर के चक्कर लगा रहे हैं। दावा किया जा रहा था कि 3 दिन में लोगों को घर बैठे स्मार्ट कार्ड मिल जाएगा लेकिन 15 से 20 दिन में भी स्मार्ट कार्ड नहीं पहुुंच रहे हैं। स्थिति यह है कि आरसी या लाइसेंस का स्टेटस पूछने आ रहे लोगों को आरटीओ से भी संतोषप्रद जवाब नहीं मिल रहा है। आरटीओ की ओर से लिफाफे में बंद कर आरसी और लाइसेंस को डाकघर भेजा जा रहा है। लिफाफे में बारकोड अंकित किया गया है लेकिन डाक विभाग स्पीड पोस्ट के लिए बार कोड को स्केन नहीं कर पा रहा है। ऐसे में डाक विभाग ने करीब 300 आरसी आरटीओ को लौटा दी हैं। आरटीओ ने बारकोड की समस्या दूर कर डाक घर को आरसी फिर से भेजी हैं लेकिन डाक से लोगों के घरों तक नहीं पहुंची हैं।
पता किसी का, लाइसेंस किसी का
नई योजना में भले ही घर बैठे लोगों के लाइसेंस पहुंच रहे हैं लेकिन प्रक्रिया में गफलत हो रही है। किसी के पते पर किसी और का लाइसेंस आ रहा है। गलत मिल रहे ऐसे लाइसेंस लेकर लोग आरटीओ पहुंच रहे हैं। लोगों के पास लाइसेंस नंबर भी गलत प्रिंट होकर पहुंच रहे हैं। आवश्यक काम के लिए लोग लाइसेंस और आरसी की फोटो खींचकर काम चला रहे हैं।
परेशानी कैसे बढ़ी, ये हैं उदाहरण
केस-1: ग्यारसी के पास पहुंचा गोपाल का लाइसेंस
बस्सी निवासी ग्यारसीलाल मीणा के घर आरजे 1420050442013 नंबर का लाइसेंस जारी हुआ लिफाफा पहुंचा। लिफाफा खोला तो लाइसेंस किशनपुरा बस्सी निवासी गोपाललाल मीणा का मिला।
केस-2 : आरसी के लिए 23 दिन से चक्कर
जवाहरनगर निवासी सतीश कुमार ने 5 अगस्त को नवीनीकरण कराया लेकिन 23 दिन बाद भी आरसी घर नहीं पहुंची है। सतीश चार बार आरटीओ के चक्कर लगा चुके हैं। उन्हें डाक विभाग जाने के लिए कहकर टरकाया जा रहा है। सतीश का कहना है कि ट्रेकिंग सिस्टम भी काम नहीं कर रहा इसलिए आरसी का पता नहीं लग पा रहा।
खास को मौके पर ही
आरटीओ में लोगों ने आरोप लगाया कि खास लोगों को लाइसेंस और आरसी दफ्तर में मौके पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
– बारकोड संबंधी समस्या में सुधार कर लिया है। लौटकर आईं आरसी फिर से भेजी गई हैं। लोगों को अगर आवश्यक दस्तावेज के तौर पर चाहिए तो हम कॉपी दे सकते हैं।
राजेन्द्र वर्मा, आरटीओ, जयपुर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो