– 500 करोड़ रुपए के फ्यूल सरचार्ज का झटका — तीन माह तक 10—10 पैसे प्रति यूनिट बढ़कर आएगा बिल
जयपुर। बिजली दर बढ़ोत्तरी (Power rate increased) के बाद कोरोनाकाल में अब राज्य के 1.20 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज (Fuel surcharge) का झटका लगेगा। इसके जरिए उपभोक्ताओं से करीब 500 करोड़ रुपए वसूले जाएंगे। हर उपभोक्ता को 30 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त राशि देनी होगी। तीनों विद्युत वितरण कंपनियों (Power distribution companies) ने बुधवार को इसके आदेश जारी कर दिए। उपभोक्ताओं को सितम्बर से नवम्बर माह के बिल से यह राशि देनी होगी। इससे सामान्य उपभोक्ता पर 150 से 1200 रुपए का अतिरिक्त भार आएगा। हालांकि 12 लाख कृषि उपभोक्ता का खर्च सरकार वहन करेगी।
जयपुर। बिजली दर बढ़ोत्तरी (Power rate increased) के बाद कोरोनाकाल में अब राज्य के 1.20 करोड़ विद्युत उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज (Fuel surcharge) का झटका लगेगा। इसके जरिए उपभोक्ताओं से करीब 500 करोड़ रुपए वसूले जाएंगे। हर उपभोक्ता को 30 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त राशि देनी होगी। तीनों विद्युत वितरण कंपनियों (Power distribution companies) ने बुधवार को इसके आदेश जारी कर दिए। उपभोक्ताओं को सितम्बर से नवम्बर माह के बिल से यह राशि देनी होगी। इससे सामान्य उपभोक्ता पर 150 से 1200 रुपए का अतिरिक्त भार आएगा। हालांकि 12 लाख कृषि उपभोक्ता का खर्च सरकार वहन करेगी।
जनरेटिंग थर्मल पावर हाउस को होने वाले घाटे की वसूली का बोझ उपभोक्ताओं पर डाला जा रहा है। प्रदेश की जयपुर, जोधपुर व अजमेर तीनों ही डिस्कॉम की बात करें तो आगामी तीन माह के दौरान उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज केे नाम पर करीब 500 करोड़ रुपए की वसूली होगी, जिसमें अकेले जयपुर डिस्काॅम में करीब 47 लाख उपभोक्ताओं से 180 करोड़ रुपए वसूल किए जाएंगे। जानकारों का कहना है कि छह माह पहले भी फ्यूल सरचार्ज के नाम पर उपभोक्ताओं से वसूली की जा चुकी है, उस दौरान भी उपभोक्ताओं को भारी बिल थमाए गए थे।
अधिकारी ये दे रहे तर्क
डिस्काॅम के आला अधिकारी विद्युत विनियामक आयोग के फैसले का हवाला देते हुए फ्यूल सरचार्ज वसूल रहे हैं। उनका कहना है कि आयोग ने पूर्व में ही निर्णय कर दिया था कि यदि जनरेटिंग पावर हाउसों को किसी प्रकार का घाटा होता है और उन कम्पनियों को एरियर देने की बात आए तो यह पैसा उपभोक्ताओं के बिल की राशि में वसूला जाना चाहिए। जबकि बिजली कम्पनियां टैरिफ में लगातार बदलाव कर उपभोक्ताओं से लगातार वसूली कर रही है।
डिस्काॅम के आला अधिकारी विद्युत विनियामक आयोग के फैसले का हवाला देते हुए फ्यूल सरचार्ज वसूल रहे हैं। उनका कहना है कि आयोग ने पूर्व में ही निर्णय कर दिया था कि यदि जनरेटिंग पावर हाउसों को किसी प्रकार का घाटा होता है और उन कम्पनियों को एरियर देने की बात आए तो यह पैसा उपभोक्ताओं के बिल की राशि में वसूला जाना चाहिए। जबकि बिजली कम्पनियां टैरिफ में लगातार बदलाव कर उपभोक्ताओं से लगातार वसूली कर रही है।