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राजस्थान में बिजली चोरी पकड़ने का गिरा ग्राफ, बिजली खपत 2109 मिलियन यूनिट घटी

locationजयपुरPublished: May 29, 2020 02:11:15 pm

कोरोनाकाल: ग्रामीण इलाकों में अब भी पूरी बिजली नहीं, अप्रेल-मई में बिजली चोरी पकडऩे में फिसड्डी रहे डिस्कॉम्स, पिछले दो वर्षों के मुकाबले 30 फीसदी ही बिजली चोरी पकड़ी जा सकी मार्च से अब तक

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राजस्थान में बिजली चोरी पकड़ने का गिरा ग्राफ, बिजली खपत 2109 मिलियन यूनिट घटी

भवनेश गुप्ता / जयपुर। कोरोनाकाल की लॉकडाउन अवधि (मार्च व अप्रेल) में बिजली खपत 2109 मिलियन यूनिट घट गई। इसी बीच बिजली चोरी पकडऩे का आंकड़ा भी जमीन पर आ गिरा। पिछले दो वर्ष की तुलना में इस बार मार्च से अब तक 30 फीसदी ही बिजली चोरी पकड़ी जा सकी है। अप्रेेल में तो यह आंकड़ा शून्य ही रहा और मई में भी रफ्तार नहीं पकड़ी। जबकि, बिजली चोरी और छीजत के कारण डिस्कॉम्स हमेशा सरकार के निशाने पर रहते आए हैं।
बिजली खपत कम होने के बावजूद ग्रामीण इलाकों में अब भी चौबीस घंटे विद्युत सप्लाई की जरूरत सपना बना हुआ है। डिस्कॉम का दावा है कि ग्रामीण इलाके में हर दिन 18 से 21 घंटे तक बिजली सप्लाई की जाती है लेकिन हकीकत यह है कि औसतन 15—17 घंट से ज्यादा बिजली नहीं मिल पा रही है। किसानों को भी औसतन 6.5 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। विषय विशेषज्ञों के मुताबिक बिजली चोरी रुकती और विद्युत लोड तंत्र मजबूत होता तो किसानों को ज्यादा समय बिजली मिल पाती।

यों घटी बिजली खपत(मिलियन यूनिट में)

माह————2018————2019————2020
मार्च — 6201——— 6767 ——— 5785

अप्रेल— 5589———5997 ——— 4870
(लॉकडाउन में छूट के बाद और भीषण गर्मी के चलते अब प्रतिदिन करीब 2500 लाख यूनिट बिजली खपत आ गई है)
तो इस बार अप्रेल—मई में बिजली चोरी ही नहीं..!

माह———2018 ———— 2019———— 2020
मार्च— 1109 ————— 954 ——— 3119

अप्रेल— 3025 ———— 1539 ———— 0
मई— 5022 ——— 7025 ———— डेटा नहीं

(डिस्कॉम्स ने लॉकडाउन का हवाला दे अप्रेल—मई में बिजली चोरी पकड़ी नहीं। अब मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कुछ दिन पहले ही बिजली चोरी पकडऩे का काम शुरू हुआ)
अब बढ़ी प्रतिदिन बिजली खपत
-लॉकडाउन से पहले 19 मार्च को 21.65 करोड़ यूनिट प्रतिदिन

-लॉकडाउन 1.0 में 29 मार्च को 13.85 करोड़ यूनिट प्रतिदिन
-लॉकडाउन 4.0 में 26 मई को 25.01 करोड़ यूनिट प्रतिदिन

छीजत में दिखाई आंकड़ों की जादूगरी

फरवरी और मार्च फसली सीजन रहता है और इस दौरान बिजली चोरी ज्यादा होने का आकलन किया जाता रहा है। लेकिन इस बार ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन लॉस के इस आंकड़े में भी जादूगरी दिखी। वर्ष 2019 में जयपुर डिस्कॉम का मार्च में लॉस 28.37 प्रतिशत था, जो इस बार मार्च में केवल 16.88 प्रतिशत रह गया। अजमेर डिस्कॉम का लॉस इस बार 2 फीसदी कम हो गया। केवल जोधपुर डिस्कॉम का लॉस 4.5 फीसदी बढ़ा। जयपुर डिस्कॉम का लॉस एक साथ 11.49 फीसदी कम होने से सवाल खड़े हो रहे हैं।
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