कांग्रेस पार्टी का आलम ये है कि लोकसभा चुनाव की हार के बाद जनता से जुड़ाव रखने और उनकी समस्याएं सुनने के लिए प्रदेश भर से भी जिलों और ब्लॉकों में लोकसंपर्क अभियान शुरू करने की घोषणा की गई थी। ये अभियान 20 जून से शुरू होना था। लोकसंपर्क अभियान का रोड मैप भी बनकर तैयार है, लेकिन अभियान अब कब शुरू होगा इसे लेकर कांग्रेस नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
हालांकि कई नेता दबी जुबान में राहुल गांधी के इस्तीफे से पार्टी में बढ़ी परेशानी को इसकी वजह बता रहें। नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी के इस्तीफे के चलते प्रदेश में संगठन का काम पूरे तरीके से प्रभावित हो गया है।
दरअसल लोकसंपर्क अभियान के जरिए कांग्रेस पार्टी जनता का विश्वास जीतने के लिए इस अभियान को शुरू करने वाली थी, ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले इस अभियान में विधायक, जिलाध्यक्ष, स्थानीय कार्यकर्ता, मुख्यमंत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी भी शिरकत कर जनता की नब्ज टटोलते, साथ ही उनकी समस्याएं सुन तत्काल निस्तारण करने का काम भी करते है, जिससे आगामी निकाय और पंचायत चुनाव में जनता का साथ फिर से मिल सके, लेकिन कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रही उहापोह के स्थिति के चलते ये अभियान कब शुरू होगा इसे लेकर कांग्रेस नेता ही असमंजस में हैं।