वहीं, अब थानागाजी मामले को लेकर मंगलवार को बीजेपी नेता व चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ( Prakash Javadekar ) ने एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस पर निशाना साधा। जावेड़कर ने कहा कि इस प्रकरण ने देश को हिला कर रख दिया है। प्रदेश के मुखिया ने मामले को लेकर कल ( सोमवार ) सुध ली है।
इतने बड़े मामले में सिर्फ जिले के एसपी को APO कर दिया और एक को निलंबित कर बाकी का तबादला कर दिया। मामले में लापरवाही को लेकर किसी पर भी कोई कड़ी करवाई नहीं की गई।
जावेड़कर ने गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जो बात जिले के एसपी को पता थी क्या वो गृह मंत्री के कान में नहीं थी। पूरा देश सवाल पूछ रहा है, आखिर ये मामला किसके इशारे पर छः दिन के लिए विलम्ब हुआ।
उन्होंने कहा कि गहलोत का एक प्रसिद्ध वाक्य है हर ग़लती क़ीमत मांगती है। इस दौरान जावेड़कर ने सीएम से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि गहलोत जी ये भयंकर अपराध है इसकी क़ीमत एक ही है आप को इस्तीफ़ा देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि गहलोत का एक प्रसिद्ध वाक्य है हर ग़लती क़ीमत मांगती है। इस दौरान जावेड़कर ने सीएम से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि गहलोत जी ये भयंकर अपराध है इसकी क़ीमत एक ही है आप को इस्तीफ़ा देना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था की राजस्थान में ऐसा होगा। इस प्रकरण ने राजस्थान समेत पूरे देश को शर्मसार किया है। कांग्रेस के अध्यक्ष को घोषणा कर देनी चाहिए कि मुख्यमंत्री बदला जाएगा।
जावेड़कर ने कहा कि चुनाव के फायदे के लिए मामले को दबाया गया है। इतना बड़ा अत्याचार हुआ है और मायावती भी चुप है। वे कांग्रेस से समर्थन वापस नहीं ले रही है। इसकी सजा चुनाव के सातवें चरण में मिलेगी। अब जनता ही मामले का लोकतांत्रिक हिसाब करेगी।
राज्य में बलात्कार के प्रकरण रुकने की बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं। खास बात ये है कि पिछले चार माह में 34 दलित महिलाओं पर अत्याचार के मामले सामने आ चुके हैं। इस तरह से कभी शांत रहने वाला राजस्थान एक अपराध राज्य बन गया है।
जावेड़कर ने गहलोत को निशाने पर लेते हुए कहा कि अलवर सामूहिक बलात्कार मामले पर वे प्रेस वार्ता तो करते हैं लेकिन मामला क्यों दबाया गया इस पर नहीं बोलते हैं। अब तो इतिहास भी बदलने में लगे हैं सातवी की किताब में लिखा है राणा प्रताप जीते और बारहवी की किताब में लिखा है राणा प्रताप हार गए। ऐसी किताबें कौन लिख रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सिर्फ एक ही ख़ानदान का बखान कर रही है वहीं, देश भक्तों का अपमान कर रही है।
इस दौरान उन्होंने दुष्कर्म मामले में हुए केस दर्ज करने में हुए विलम्ब को लेकर कहा कि इतनी बड़ी घटना है देश एक ही सवाल पूछ रहा है कि 6 दिन पुलिस किसके इशारे पर चुप रही?