विश्वस्त सूत्रों की माने तो प्रशांत किशोर ने इसके लिए कांग्रेस चिंतन शिविर को सबसे उपयुक्त मंच माना है। हालांकि प्रशांत किशोर को सादा समारोह में कांग्रेस ज्वाइन कराया जाए या फिर कांग्रेस चिंतन शिविर में इसका फैसला पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी को करना है।
चिंतन शिविर से कांग्रेस में एंट्री चाहते हैं पीके
सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं की माने तो प्रशांत किशोर चिंतन शिविर से कांग्रेस में एंट्री चाहते हैं। दरअसल इसकी एक वजह यह भी है कि कांग्रेस चिंतन शिविर में पार्टी के तमाम नेता मौजूद रहेंगे और चिंतन शिविर 3 दिन चलेगा।
ऐसे में अगर पीके को कांग्रेस चिंतन शिविर में पार्टी की सदस्यता दिलाई जाती है तो इसका एक बड़ा संदेश देशभर में जाएगा। यही वजह है कि पीके कांग्रेस चिंतन शिविर के जरिए एंट्री चाहते हैं। पार्टी में प्रशांत किशोर का समर्थक एक धड़ा भी पीके एंट्री के लिए कांग्रेस चिंतन शिविर कोई सबसे उपयुक्त मंच मान रहे हैं।
राजस्थान में सरकार कैसे रिपीट हो इस पर भी प्रेजेंटेशन देंगे पीके
बताया जा रहा है कि 14 से 16 मई तक राजस्थान में प्रस्तावित कांग्रेस के चिंतन शिविर में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर राजस्थान में सरकार कैसे रिपीट हो इसे लेकर भी पार्टी नेताओं के सामने अपना प्रेजेंटेशन देंगे। प्रेजेंटेशन के दौरान पीके की ओर से दिए गए सुझावों पर पार्टी आलाकमान फिर बड़े फैसले लेंगे।
राष्ट्रीय महासचिव या सोनिया गांधी के सलाहकार का मिल सकता है पद
बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर की कांग्रेस में एंट्री के बाद उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव या फिर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का सलाहकार नियुक्त किया जा सकता है। इसकी घोषणा भी कांग्रेस चिंतन शिविर में हो सकती है।
सीधे सोनिया गांधी को रिपोर्ट करेंगे पीके
बताया जा रहा है चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पिछले 1 सप्ताह में तीन बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर चुके हैं और लोकसभा चुनाव का रोड मैप अध्यक्ष के सामने रखा था, जिसमें उन्होंने 370 सीटों पर चुनाव लड़ने और उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने के सुझाव दिए थे।
साथ ही कई राज्यों में गठबंधन करके चुनाव लड़ने के सुझाव दिए थे। पीके की ओर से दिए गए सुझाव पर राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने सहमति भी जताई थी। इसके बाद ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीके की कांग्रेस में एंट्री को हरी झंडी दी थी और कहा था कि पीके कांग्रेस में रहकर पार्टी के लिए काम करेंगे। बताया जा रहा है कि पार्टी थिंक टैंक के रूप में काम करने वाले प्रशांत किशोर अपने सुझावों को लेकर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट करेंगे।