पिछले साल जनवरी में धारीवाल ने एलएसजी अधिकारियों की बैठक ली थी और प्रशासन शहरों के संग अभियान को दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए नियमों में छूट और अभियान शुरू करने की प्रस्तावित तिथि को लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया जाना ताकि कैबिनेट की बैठक में मुहर के बाद अभियान शुरू हो पाएगा। लेकिन चुनाव आचार-संहिता और तकनीकी पेंच की वजह से अभियान शुरू नहीं हो पाया था। इस साल जुलाई का महीना शुरू हो चुका है, लेकिन कोरोना काल की वजह से अभियान शुरू नहीं हो पा रहा है।
तो मिल जाएंगे 6 लाख से ज्यादा पट्टे पिछली अशोक गहलोत सरकार में जब ये अभियान शुरू किया गया तब 11 लाख भूखण्डों के ले आउट प्लान स्वीकृत किए गए थे। इसमें से तब अभियान के दौरान महज 5 लाख ही पट्टे दिए गए। इसी के आधार पर यह तय किया गया था कि शेष रहे 6 लाख पट्टे जल्द से जल्द जारी किए जाएं। साथ ही नए आवेदन लेकर भी लोगों को पट्टों का तोहफा दिया जाए।
पृथ्वीराज नगर में ही शुरू हो पाए शिविर कोरोना लॉक डाउन के बाद अभी तक केवल पृथ्वीराज नगर योजना में ही शिविरों का आयोजन किया गया है। इन शिविरों में ही लोगों को पट्टे दिए जा रहे हैं। जेडीए इस योजना में ज्यादातर योजनाओं के ले आउट प्लान स्वीकृत कर चुका है।