इस दौरान किसी भी नागरिक को भोजन और राशन के लिए परेशान नहीं होना पड़ा। राज्य सरकार ने मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए श्रमिक बसें लगाई, मजदूरों के लिए कैंप लगाए गए, कैंपों में उनके रहने सोने और खाने के साथ-साथ उन्हें राशन सामग्री पहुंचा कर बसों ट्रेनों के जरिए लाखों मजदूरों को घर पहुंचाया गया और यह काम लगातार जारी है। राजस्थान पहला राज्य बन गया जहां मोक्ष कलश स्पेशल बस सेवा शुरू करके मुफ्त में प्रदेश के लोगों को हरिद्वार ले जाना शुरु किया। यह बस प्रदेश के सभी रोडवेज डिपो से लोगों को फ्री में हरिद्वार लेकर जाएगी।
खाचरियावास ( Pratap Singh Khacriawas ) ने कहा कि राजस्थान प्रदेश भाजपा के नेता और 25 सांसद व केंद्रीय मंत्री कोरोना संकट के समय में पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए। यह लोग घरों से बाहर नहीं निकले। कार्यालय और घरों में बैठकर सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी करते रहे। मजदूरों को लेकर और प्रदेश में गेहूं और आर्थिक पैकेज की मांग तक भी केंद्र सरकार से नहीं कर पाए।
खाचरियावास ने कहा कि इस वक्त पूरा देश मजदूरों की दर्द और परेशानी और उनके पैदल घर तक जाने की परेशानियों को देख रहा है लेकिन इन सबके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
PM Narendra Modi ) और केंद्र सरकार के मंत्रियों का अभी तक दिल नहीं पसीजा, आज तक मजदूरों के दर्द को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री सहित केंद्र के किसी नेता ने बयान तक नहीं दिया। प्रधानमंत्री की चुप्पी से यह साबित हो गया है की सड़क पर पैदल चलकर दर्द से परेशान मजदूरों के दुख से उन्हें कोई लेना देना नहीं है।
खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में मजदूरों का कोई हंगामा नहीं हुआ, कोई लाठी चार्ज नहीं हुआ, कोई दुर्घटना नहीं हुई, इसका मुख्य कारण भगवान की कृपा, सरकार का मजदूरों के साथ संवेदनशीलता के साथ किया गया अच्छा कार्य है।