उन्होंने आगे कहा, ‘आक्रमण से बड़ा कोई बचाव नहीं होता है, मैंने खून पसीना बहाकर इस मुकाम को पाया है, हर गरीब आदमी के लिए मैंने किया है संघर्ष किया है। मैं जनता के लिए सड़कों पर भी लड़ा हूं, इस कार्रवाई से निर्दोष को डरने की जरूरत नहीं है।’
परिवहन मंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘सीएम और मंत्री की इच्छा के बिना एसीबी कोई कार्रवाई नहीं करती। एसीबी हमारे अंडर में है, हम एसीबी के अंडर में नहीं हैं। हम भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं।
इससे पहले मंत्री खाचरियावास ने सुबह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाक़ात की। सूत्रों के मुताबिक़ उन्होंने सीएम से परिवहन विभाग में एसीबी कार्रवाई और विधायक मुरारी लाल मीणा के साथ हुए आरक्षण विवाद पर सफाई। मुख्यमंत्री आवास पर करीब 20 मिनट तक हुई इस मुलाक़ात के बाद खाचरियावास ने कहा, ‘मुझे किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि विभाग में महाघूसकांड आने के बाद खाचरियावास ने सोमवार को भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि फरवरी मार्च का महीना रेवेन्यू का महीना होता है। एसीबी ने केवल एक ही इंस्पेक्टर को रंगे हाथों पकड़ा है, बाकी सबके घरों पर कार्रवाई की है।
उन्होंने कहा, ‘प्राइवेट बस ऑपरेटर के यहां से पैसा जब्त हुआ है, ऐसे में एसीबी कार्रवाई से विभाग के निर्दोष अफसरों को डरने की जरूरत नहीं है। इंस्पेक्टरों और अफसरों के परिजन मुझसे मिले हैं, उन्होंने अपनी बात रखी है, मेरे विभाग के किसी भी अफसर कर्मचारी को मेरे पास आकर अपनी बात कहने का अधिकार है।’
‘कोई भी दूध से धुला नहीं’: रामनारायण इस बीच बयानबाज़ियों का दौर चरम पर है। कांग्रेस विधायक रामनारायण मीणा ने कहा, ‘भ्रष्टाचार जड़ें जमा चुका है। कोई भी दूध से धुला नहीं है, हमारी ही सरकार ने पिछली सरकार के भ्रष्टाचार को क्लीन चिट दी, धारीवाल कमेटी को भाजपा राज में भ्रष्टाचार को क्लीन चिट नहीं देनी चाहिए थी। कमेटी के पास समय नहीं था तो ईमानदार विधायकों की कमेटी बना देनी चाहिए थी। हम भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करने, सुशासन देने के नाम पर सरकार में आए थे। राहुल गांधी भी यही चाहते हैं, इसलिए हमें भाजपा राज के भ्रष्टाचार को क्लीन चिट नहीं देनी चाहिए थी।’
’90 फीसदी अफसर कर्मचारी भ्रष्ट’: गुढ़ा
कांग्रेस विधायक राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा, ‘परिवहन विभाग के 90 फीसदी अफसर कर्मचारी भ्रष्ट हैं, ऊपर तक मंथली पहुंचाते हैं। आबकारी को देखलो, खान विभाग को देख लो, सब भ्रष्ट हैं। पुलिस के अफसरों की स्थति देख लो, सब जगह भ्रष्टाचार है। मैं तो कहता हूं दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली है।
कांग्रेस विधायक राजेन्द्र गुढ़ा ने कहा, ‘परिवहन विभाग के 90 फीसदी अफसर कर्मचारी भ्रष्ट हैं, ऊपर तक मंथली पहुंचाते हैं। आबकारी को देखलो, खान विभाग को देख लो, सब भ्रष्ट हैं। पुलिस के अफसरों की स्थति देख लो, सब जगह भ्रष्टाचार है। मैं तो कहता हूं दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली है।