गौरतलब है कि निहारिका की अस्वस्थता का कारण बताकर ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बीते दिनों प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की पहली और महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं हो सकीं थीं। साथ ही विधानसभा सत्र के दौरान ना तो वे भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल हुईं और ना ही सदन में ही अब तक उनकी उपस्थिति देखी गई।
अटकलों को विराम देने आगे आए ‘सिपहसालार’
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के करीबी नेताओं में शामिल पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी ने राजे को लेकर लगाए जा रहे कयास पर चिंता जताई। सिंघवी ने एक ट्वीट बयान जारी कर कहा, ‘मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि बजट सत्र के दौरान विधानसभा में वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पिछले एक माह से निहारिका (उनकी पुत्रवधु) अस्वस्थ हैं तथा अस्पताल में भर्ती हैं, जिसके कारण मैडम विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पा रही हैं।‘
‘बगैर पुष्टि के अफवाह ना फैलाएं लोग’
सिंघवी ने एक अन्य ट्वीट प्रतिक्रिया में कहा, ‘हालांकि अब निहारिका की तबीयत में काफी सुधार है तथा उनके सोमवार तक डिस्चार्ज होने की उम्मीद भी है। इसके बाद वसुंधरा जी विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेंगी।‘ पूर्व मंत्री ने भविष्य में बगैर किसी पुष्टि के अफवाह फैलाने से बचने की भी लोगों को सलाह दी।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की प्रदेश संगठन की गतिविधियों से लगातार दूरी को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी थीं। खास तौर से सोशल मीडिया पर भी राजे प्रदेश संगठन से जुड़ी बैठकों में अनुपथिति और दिल्ली की बैठकों और नेताओं से जारी मुलाकातों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे।