राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं मंगलवार को पूरी हो गईं, जबकि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षाएं अब शुरू होगी। वहीं पांचवी बोर्ड की परीक्षाएं आज से शुरू हुई है और आठवीं की परीक्षाएं चल रही है।
विद्यालयों में बोर्ड कक्षा के अलावा वार्षिक परीक्षाएं 29 अप्रेल से शुरू होगी और 17 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे। ऐसे में अब परीक्षाओं और अवकाश के बीच किशोरों को वैक्सीन लगाकार लक्ष्य पूरा करना चुनौती बन गया है। जबकि कोरोना के बढ़ते मामलों और बच्चों के संक्रमित होने के कारण बच्चों को वैक्सीन लगाकर उन्हें सुरक्षित करना जरूरी हो गया है।
कलक्टर ने दिए आदेश
किशोरों के वैक्सीनेशन लक्ष्य को पूरा करनेे के लिए जयपुर जिला कलक्टर ने विद्यालयों में कैम्प लगाकर लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए है। कलक्टर ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रथम एवं द्वितीय, बीसीएमएचओ से एजेण्डावार चर्चा की।
बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए उन्हें वैक्सीन करना जरूरी है। किशोर अपने नजदीकी विद्यालयों में जाकर वैक्सीनेशन करवा सकें इसके लिए विद्यालयों में कैंप लगाकर वैक्सीनेशन करने का प्लान विभागों की ओर से तैयार किया गया है।
जुलाई में शुरू होंगेे स्कूल
प्रदेश भर में 12 से 14 साल के और 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जानी है। इस आयु वर्ग समूह में अधिकत्तर वहीं विद्यार्थी शामिल है, जिनकी परीक्षाएं या तो चल रही है या आगामी दिनों में परीक्षाएं होनी है। परीक्षाओं के बाद ग्रीष्म्कालीन अवकाश शुरू हो जाएंगे तो विद्यार्थी स्कूल्स में नहीं आएंगे। देश व प्रदेश में एक बार फिर कोरोना के मरीज बढ़ने लगे है। ऐसे में जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है उन्हें संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया हैं।
इसलिए विद्यालयों में कैंप लगाने के बाद भी किशोर परीक्षाओं के बीच वैक्सीनेशन करवाने कैसे पहुचेंगे ? यह सवाल स्वास्थ्य विभाग के सामने वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने में चुनौती बन गया है। अवकाश के बाद नया सत्र जुलाई में शुरू होगा। प्रदेश में अभी 12 से 14 साल के बच्चों को पहली डोज करीब 60 % और दूसरी डोज 8.7% ही लगी है। 15 से 18 साल ग्रुप को पहली और दूसरी डोज 70 % से अधिक लग चुकी है।