सीएचए संघर्ष समिति के अध्यक्ष रवि चावला ने कहा कि इतने दिन से आंदोलन जारी है। लेकिन हमारी कोई नहीं सुन रहा है। अब अगर सुनवाई नहीं हुई तो अभ्यर्थी जयपुर से दिल्ली की ओर कूच करेंगे और वहां जाकर धरना देंगे। प्रदेश के 25 हजार से अधिक सीएचए अभ्यर्थियों के सामने रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है।
हमारी मांग है कि हमें रोजगार देकर संविदाकर्मियों के रुप में शामिल किया जाए और वेतन में बढ़ोतरी करते हुए फिर से लगाया जाए। गौरतलब है कि बेरेाजगार हुए सीएचए अभ्यर्थी एक अप्रेल से धरने पर हैं। क्योकि सरकार ने इन्हें 31 मार्च से काम से हटा दिया है।
अब तक इस तरह चला आंदोलन
1 अप्रेल से प्रदेशभर के अलग अलग जिलों से बेरोजगार हुए अभ्यर्थी जयपुर पहुंचे। जहां पर आकर धरना शुरू किया। धरने में हजारों की संख्या में अभ्यर्थी पहुंचे। इसके बाद चार अभ्यर्थियों ने अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया। जिससे उनकी तबीयत खराब हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाकर उनका इलाज किया गया। इलाज के बाद उनका अनशन तुड़वाया गया।
इसके बाद राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा समर्थन देने के लिए धरना स्थल पर पहुंचे और अभ्यर्थियों को संबोधित किया। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा,नर्सेज संगठन,आम आदमी पार्टी तक के प्रतिनिधि धरना स्थल तक पहुंचे। इसके अलावा कई विधायकों और राजनीतिक दलों से जुड़े विधायकों व जनप्रतिनिधियों ने इनके समर्थन में पत्र लिखा और रोजगार की मांग की।