हालांकि यहां प्रदेश कांग्रेस आइटी सेल पहले से काम रही है, लेकिन आला नेताओं की सिफारिश पर केंद्रीय आइटी सेल की एक टीम को जयपुर भेजा जा रहा है। पार्टी नेताओं की माने तो भाजपा के मजबूत आइटी सेल के मुकाबले के लिए स्टेट आइटी सेल को केंद्रीय टीम के सहयोग की आवश्यकता पड़ रही थी। प्रदेश आइटी सेल केंद्रीय टीम के निगरानी में सोशल मीडिया पर कैंपेन करेगी। दरअसल विधानसभा चुनाव में भी केंद्रीय आइटी टीम ने जयपुर में डेरा डाल कर पार्टी का सोशल मीडिया प्लेट फॉर्म प्रचार किया था।
घोषणा पत्र के वादों का प्रचार
सूत्रों की माने तो केंद्रीय आइटी टीम और स्टेट आइटी सेल मिलकर कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों और राज्य में कांग्रेस की सरकार की ओर से किसानों और युवाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं का बखान करेंगे। साथ ही मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल की नाकामियों, रफाल डील, और कांग्रेस नेताओं को लेकर भाजपा की ओर से किए जा रहे दुष्प्रचार का जवाब देंगे।
बताया जाता है कि युवाओं का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए केंद्रीय आईटी टीम ने कई चुनाव से जुड़े गाने भी तैयार किए हैं, जिन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। केंद्रीय आइटी टीम से जुड़े कार्यकर्ताओं की माने तो ये 24 घंटे सोशल मीडिया पर काम करेगी, और खासतौर पर कांग्रेस को लेकर चल रही फेक न्यूज का भी खंडन कर सही तथ्य सोशल मीडिया पर डालेगी।