जो मंकीपॉक्स के लक्षणों और वायरस के स्ट्रेन के अनुसार वायरस के खात्मे के लिए वैक्सीन तैयार करेगी। अगर वैक्सीन तैयार करने में इन फार्मा कंपनियों का सफलता मिली तो देश से मंकीपॉक्स का खात्मा हो जाएगा।
कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स ने भारत में चिंता बढ़ा दी है। पूरे विश्व में मंकीपॉक्स के 19 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके है। अधिकत्तर केसेज में चिकित्सक चेचक के टीके से इस बीमारी से लड़ाई लड़ रहे है। पूरे विश्व में फैली इस बीमारी का संक्रमण भारत देश तक भी पहुंच चुका है।
अब तक करीब 10 मंकीपॉक्स के मामले भारत देश में मिलने की पुष्टि हो गई है।
अब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च से अनुमति मिलने के बाद कंपनियां इस बीमारी के टेस्टिंग किट बनाने और वैक्सीन बनाने में सहयोग करेगी। जिसके बाद भारत में भी इस बीमारी का सटीक उपचार उपलब्ध हो सकेगा।
मंकीपॉक्स से संक्रमित होने पर बुखार, जोड़ों में दर्द, दाने, छाले जैसे दाने पर खुजली होती है जो एक से तीन मिलीमीटर व्यास से बड़ा होता है, और दर्दनाक होता है।
डॉक्टर्स ने मंकीपॉक्स से बचाव के लिए दी यह सलाह
संक्रमित व्यक्ति के साथ त्वचा से त्वचा के निकट संपर्क से बचें। संक्रमित व्यक्ति की देखभाल करते समय दस्ताने और मास्क पहनें। बर्तन, कपड़े, बिस्तर आदि साझा न करें। साबुन और पानी से हाथ धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें