scriptNIMS की अवैध इमारत को विस्फोटक से उड़ाने की तैयारी! जेडीसी वैभव गालरिया ने दिए निर्देश | Preparing to blow up NIMSs illegal building by explosive | Patrika News
जयपुर

NIMS की अवैध इमारत को विस्फोटक से उड़ाने की तैयारी! जेडीसी वैभव गालरिया ने दिए निर्देश

जेडीसी के निर्देश, विदेश से लौटने से पहले ध्वस्त करो निम्स की अवैध इमारतें -ऐसा हुआ तो जयपुर में दूसरी इमारत होगी

जयपुरNov 14, 2017 / 12:45 pm

rajesh walia

JDC Vaibhav Galriya Ordered to blow up NIMSs illegal building by explosive!
रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र में बनाई गई निम्स यूनिवर्सिटी की अवैध इमारतें 20 नवम्बर से पहले ध्वस्त होंगी। विदेश गए जेडीसी वैभव गालरिया ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि उनके आने से पहले निम्स यूनिवर्सिटी की अवैध इमारतें ध्वस्त मिलनी चाहिए। जेडीसी के इस निर्देश के बाद अफसरों में हलचल मच गई है। इन इमारतों को ध्वस्त करने के लिए दो विकल्प पर विचार चल रहा है। इसमें मुख्य तौर पर विस्फोटक से उड़ाने पर फोकस है। प्रवर्तन शाखा के मुखिया पुलिस अधीक्षक राहुल जैन इसके लिए इंदौर के विस्फोटक विशेषज्ञ से संपर्क में हैं। संभव एक-दो दिन में जयपुर आएं। हालाकिं, जेसीबी और लोखंडा मशीन के संसाधन से ही हटाने पर सोचा है।
इस बीच जेडीए सचिव एच.गुईटे के निर्देशन में मंगलवार को संबंधित अधिकारियों के बीच मंथन होगा। इसमें जिला कलेक्टर के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। संबंधित अभियंताओं को संसाधन जुटाने के निर्देश दे दिए गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 8125 वर्गमीटर सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से इमारतों का निर्माण कर रखा है। इसमें हॉस्टल की चार इमारतें शामिल हैं। जेडीए इसके अलावा भी अतिक्रमण की गई भूमि को तलाशने में जुटा है। सुप्रीम कोर्ट ने 30 नवम्बर तक का समय दिया है।
16 तक कार्रवाई नहीं – जेडीए अधिकारियों का दावा है कि सुप्रीम कोर्ट ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को १६ नवम्बर तक का समय दिया है, जिससे वे इमारत को खाली कर सकें। इसलिए जेडीए इसके बाद ही कार्रवाई करेगा।
नोटिस के बाद भी हलचल नहीं –

जेडीए यूनिवर्सिटी प्रशासन को नोटिस थमा चुका है। नोटिस में अवैध निर्माण तत्काल हटाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा नहीं करने पर जेडीए द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने और खर्चा वसूलने के लिए कहा गया है। जेडीए अधिकारियों के मुताबिक नोटिस के बाद भी मौके पर हलचल नहीं है। इसके बाद हॉस्टल खाली करने का वक्त नहीं दिया जाएगा।
जेडीसी ने मंशा जताई थी कि संभव हो तो उनके लौटने से पहले निर्माण हटा दिया जाए। उसी आधार पर प्लानिंग कर रहे हैं। मंगलवार को मीटिंग भी है, जिसमें तिथि तय करेंगे।

-ओ.पी. बुनकर, अतिरिक्त आयुक्त, जेडीए
अवैध इमारतों को विस्फोटक से ध्वस्त करने पर विचार चल रहा है। वहां इस प्रक्रिया की उपयोगिता का पता किया जा रहा है। संबंधित विशेषज्ञों से सम्पर्क में हैं। अंतिम निर्णय हिना बाकी है, पर 20 नवंबर से पहले कार्रवाई होगी।
-राहुल जैन, पुलिस अधीक्षक, जेडीए

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