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प्रधानमंत्री मोदी किसानों को खुद बुलाकर बात करें – गहलोत

locationजयपुरPublished: Jan 30, 2021 07:01:50 pm

Submitted by:

Ashish

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Chief Minister Ashok Gehlot ) ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि अब भी मौका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) खुद किसानों को बुलाकर बातचीत करें, रास्ता कोई निकल सकता है।

Prime Minister Modi should call farmers and talk to him - Gehlot

प्रधानमंत्री मोदी किसानों को खुद बुलाकर बात करें – गहलोत

जयपुर
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ( Chief Minister Ashok Gehlot ) ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि अब भी मौका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) खुद किसानों को बुलाकर बातचीत करें, रास्ता कोई निकल सकता है। लंबे समय तक इस प्रकार का आन्दोलन उचित नहीं कहा जा सकता और देश के हित में भी नहीं है। गहलोत ने कहा कि किसानों ने 65 दिन तक जो धैर्य रखा वो अद्भुत था और पूरे देश दुनिया में ये मैजेस गया कि किसान किस तरह शांति-सद्भावना के साथ अपनी मांगों को आगे रख रहे हैं, कई दौर की मीटिंग चलती रही, लेकिन दुर्भाग्य से कोई रास्ता नहीं निकला और 26 जनवरी को जो कुछ भी हुआ उसको कोई सपोर्ट नहीं कर सकता।
गहलोत ने कहा कि उसकी निंदा करते हैं क्योंकि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं होता है और जिस प्रकार से एंटी-सोशल एलिमेंट ने जो तमाशा लाल किले पर किया और सब जगह, उसकी सबने घोर निंदा की। गहलोत ने कहा कि ये लोकतंत्र है, लोकतंत्र में कई बार ऐसी स्थिति आती है, जिन वर्गों के हितों की बात करते हैं उन वर्गों से अगर बातचीत नहीं की जाती, अगर आपने भूल कर दी, तो उसे सुधारने में क्या हर्ज़ हो सकता है ? गहलोत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्लियामेंट मेंडिस्कशन नहीं होने दिया।

किसानों की अपनी आशंकाएं
गहलोत ने कहा कि अन्नदाताओं की अपनी आशंकाएं हैं, वो चिंतित हैं कि अपने खुद के लिए, अपने परिवार के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए। गहलोत ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री खुद गौर करेंगे। ये कोई प्रेस्टीज पॉइन्ट नहीं होना चाहिए। ये तो लोकतंत्र है, लोकतंत्र में कई बार अगर आप फैसला बदलते भी हो, तो लोग उसका भी वेलकम करते हैं।

न्यायिक जांच होनी चाहिए
किसान आंदोलन को कुचलने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि अब ये तो जांच का विषय है कि क्या स्थिति बनी और किस कारण से ये सब घटनाएं हुईं। इसके लिए ज्यूडीशियरी की इन्क्वायरी क्यों नहीं बैठाई जा रही है? ऐसी क्या स्थिति बन गई कि कुछ लोग आकर लाल किले तक पहुंच गए वहां पर? ये जांच का विषय है, गहलोत ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए।
अविश्वास की स्थिति बन चुकी
्गहलोत ने किसानों के बीच में घुस कर कुछ लोगों की ओर से की गई मारपीट और तोड़फोड़ की कोशिश से जुड़े सवाल पर कहा कि ये जो कुछ भी हरकतें हो रही हैं इसमें बीजेपी का नाम आ रहा है, बीजेपी के इशारे पर हो रहा है। गहलोत ने कहा कि स्थितियां ऐसी बन चुकी है, अविश्वास इतना पैदा हो चुका है कि आपस में भिड़ने की जरूरत नहीं थी। ये काम पुलिस का है, सरकार का है। गहलोत ने कहा कि इस टकराव पर कहा कि यह अच्छी बात नहीं है।

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