उन्होंने गर्मी के मौसम को देखते हुए विभागीय अभियंताओं को प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सप्लाई की जरूरत के अनुसार कंटीजेंसी प्लान भी तैयार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने इंदिरा गांधी नहर परियोजना क्षेत्र के जिलों के अधिकारियों को मार्च के अंतिम सप्ताह से प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए पेयजल आपूर्ति को सुचारू बनार रखने के साथ कंटीजेंसी प्लान पर भी काम करने को कहा, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई किए जा रहे पेयजल की गुणवत्ता पर भी फोकस करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन इलाकों में पेयजल की नियमित सप्लाई का अंतराल ज्यादा है उसको कम करने के लिए अधिकारी ‘प्रो-एक्टिव’ होकर काम करें।