इस हाल में मिला शव- लोगों ने बताया कि उन्होंने मृतक को आखिरी बार बुधवार को देखा था। जबकि वो यहां फ्लैट के ग्राउंड फ्लोर पर अकेले किराए में रहता था। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे ही घर का दरवाजा तोड़ा तो देखा कि उदय हॉल के रोशन दान से प्लास्टिक रस्सी के सहारे लटका हुआ था। तो वहीं पूरे घर से बदबू आ रही थी। साथ ही शव को दो दिन पुराना बताया। इस दौरान पुलिस ने घर की छानबीन की तो एक सुसाइड नोट भी मिला। पड़ोसियों का कहना है कि उदय किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करता था, जबकि पुलिस को घर की तलाशी के दौरान किसी मनोचिकित्सक का पर्चा भी मिला। पुलिस का कहना कि उदय अवसाद का शिकार था, जबकि जांच में सामने आया है कि वह शराब और दूसरे नशे का शिकार भी था।
यह भी पढ़ें
दिल दहला देने वाली घटना, दो बच्चों के साथ मां ने फंदे पर लटक दी जान
सुसाइड नोट में ये लिखा- छानबीन के दौरान पुलिस को घर के हॉल रुम से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें उदय प्रताप ने निर्माण नगर स्थित सिक्युरिटी कंपनी के चार अफसरों को खुद के मौत का जिम्मेदार ठहराया। सुसाइड नोट की मानें तो उसमें लिखा था कि उसे बीते मई माह से वेतन नहीं दी जा रही थी, साथ ही दूसरी जगह पर काम करने की अनुमति नहीं दी। अंत में परिजनों से मांफी मांगते हुए लिखा कि वह उनकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सका। पत्नी ने लगाए इन पर आरोप- इस मामले पर मृतक की पत्नी सरिता पंजाब के लुधियाना में स्थित एक प्राइवेट स्कूल में पीटीआई और वार्डन के तौर पर काम करती है। तो वहीं इस हादसे के बाद मृतक की पत्नी ने कहा कि उदय से पिछले दो-तीन दिन पहले बातचीत हुई थी, साथ ही कहा कि वो अपनी नौकरी को लेकर कुछ परेशान नजर आ रहे थे। साथ ही बताया कि फोन पर बातचीत के दौरान जब बेटी ने सिल्वर मेडल मिलने और गिफ्ट की बात कि तो इस पर उधय ने बेटी से जयपुर आकर मेडल देने की भी बात कही थी। मृतक की पत्नी ने कहा कि उनके पति इतने भी कमजोर नहीं थे कि वो आत्महत्या जैसा कदम उठाए। पत्नी ने आरोप लगाते हुए सिक्युरिटी-डिटेक्टिव एजेंसी कंपनी ने उदय को इतना विवश कर दिया कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया।
यह भी पढ़ें