मुख्यमंत्री की ओर से लगाई गई इस रोक का असर आज सुबह से दिखाई भी दे रहा है। सड़कों पर आज निजी वाहन नहीं निकल रहे हैं। केवल दूध सप्लाई और सब्जियों में लगे वाहनों को आने-जाने की इजाजत दी हुई है। इक्के-दुक्के निजी चौपहिया वाहन निकले भी तो पुलिस ने उन्हें सख्ती के साथ वापस घरों की ओर रवाना कर दिया।
प्रशासन की सख्ती का असर दुपहिया वाहनों पर भी देखने को मिल रहा है। दुपहिया वाहनों पर दो लोगों को भी पूछताछ के बाद ही जाने दिया जा रहा है। बिना मास्क लगाए लोगों को वापस रवाना किया जा रहा है।
विशेष परिस्थितियों में ही मिलेगी आने-जाने की इजाजत
निजी वाहनों को विशेष परिस्थितियों में आने जाने की इजाजत मिल सकेगी। इसके लिए चौपहिया निजी वाहन चालकों को पुलिस को आने-जाने का कारण बताना होगा। अगर पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट हुई तो ही आने-जाने की इजाजत मिल सकेगी।
स्टेट हाइवे टोल हुए बंद
वहीं स्टेट हाइवे पर बने टोल को भी रात 12 बजे से बंद कर दिया गया है। गौरतलब है कि कोरोना को लेकर बनी कोर ग्रुप की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोक डाउन की समीक्षा करते हुए सोमवार रात 12 बजे निजी वाहनों के आवागमन पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया था।
सीएम ने दी थी कर्फ्यू की चेतावनी
कोर ग्रुप की बैठक में सामने आया कि लॉक डाउन के बावजूद प्रदेश में बहुत सी जगह इसका पालन नहीं हो रहा है। लोग अब भी समूहों में घूम रहे हैं। इस वजह से सोशल डिस्टेनसिंग नहीं हो पा रही है जो कोरोना के सोशल स्प्रेडिंग का बड़ा कारण बन सकता है। बैठक में यह तय हुआ कि अगर लोग अगर लॉक डाउन का पालन नहीं करें तो कर्फ्यू लगाया जाए। जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कर्फ्यू लगाने की चेतावनी दी थी।